14 हजार स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को भी अब लाभ

पटना : बिहार सरकार ने राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को विशेष सुविधा देते हुए इनके नाती-नतिनी और पौत्र-पौत्री को नौकरी में दो प्रतिशत का क्षैतिज (हॉरिजोन्टल) आरक्षण देने की घोषणा की है. साथ ही पौत्री/नतिनी की शादी में अनुदान के रूप में 51 हजार देगी. राज्य में अभी स्वयं या आश्रित (पत्नी) के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2015 1:33 AM
पटना : बिहार सरकार ने राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को विशेष सुविधा देते हुए इनके नाती-नतिनी और पौत्र-पौत्री को नौकरी में दो प्रतिशत का क्षैतिज (हॉरिजोन्टल) आरक्षण देने की घोषणा की है.
साथ ही पौत्री/नतिनी की शादी में अनुदान के रूप में 51 हजार देगी. राज्य में अभी स्वयं या आश्रित (पत्नी) के रूप में पेंशन पाने वालों की संख्या करीब चार हजार हैं. अगर 1972 से स्वतंत्रता सेनानी का कुल पेंशन पानेवालों की संख्या 12-15 हजार के आसपास है. इसमें अधिकांश लोगों की मृत्यु हो चुकी है. हालांकि गृह (विशेष) विभाग ने सभी जिलों से स्वतंत्रता सेनानी का पेंशन पानेवालों की सटीक संख्या फिर से भेजने को कहा है.
इसमें करीब 20 जिलों ने अपनी रिपोर्ट भेज दी है. राज्य सरकार की इस घोषणा का फायदा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सरकारी दस्तावेज में दर्ज सभी लोगों को मिलेगा. गौरतलब है कि स्वतंत्रता सेनानियों का पेंशन केंद्र सरकार की तरफ से दिया जाता है. इस सूची में जिन लोगों का नाम है, उनके परिजनों को दोनों तरह के लाभ मिलेंगे. एक अनुमान के अनुसार, राज्य के दस्तावेजों में 12-15 हजार स्वतंत्रता सेनानियों का नाम अब तक दर्ज है.
राज्य सरकार इन नामों को एक जगह सूचीबद्ध कर रही है. हॉरिजोन्टल या क्षैतिज आरक्षण का मतलब बिना किसी श्रेणी या कोटी के आरक्षण प्रतिशत को छेड़छाड़ किये अलग से आरक्षण देना. इसे ऐसे समक्ष सकते हैं कि अगर किसी विभाग से 100 सीटों की वैकेंसी निकली है, तो दो फीसदी यानी दो सीटें इस श्रेणी के लिए अलग से निकाल दी जायेगी.
इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि किसी वैकेंसी में इस कोटी के तहत जितने लोग आवेदन करेंगे, उनकी योग्यता के मुताबिक सूची बनायी जायेगी. इसमें टॉप दो उम्मीदवारों को छांट लिया जायेगा और ये उम्मीदवार जिस श्रेणी के होंगे, उस आरक्षण श्रेणी की सूची में सबसे नीचे की सीटों पर इन्हें एडजस्ट कर दिया जायेगा.अगर दोनों उम्मीदवार किसी एक ही श्रेणी के हैं, तो उन्हें उसकी मेरिट लिस्ट में ही एडजस्ट किया जायेगा.

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