आचार संहिता का पाठ पढ़ने का डीएम-एसपी को निर्देश

पटना : राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा एक-दो दिन में होने वाली है. इसके पूर्व शुक्रवार की शाम को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ मैराथन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गयी. इसमें सभी जिलों के डीएम और एसपी को आचार संहिता का पाठ पढ़ने का निर्देश दिया गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2015 1:46 AM

पटना : राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा एक-दो दिन में होने वाली है. इसके पूर्व शुक्रवार की शाम को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ मैराथन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गयी.

इसमें सभी जिलों के डीएम और एसपी को आचार संहिता का पाठ पढ़ने का निर्देश दिया गया. सीएस ने कहा कि सभी को आदर्श आचार संहिता से संबंधित तमाम नियम-कानूनो की एक बुकलेट भेज दी गयी है. इसका गंभीरता से अध्ययन कर लें. खासकर उन जिलों के डीएम और एसपी, जो पहली बार चुनाव करवा रहे या जिलों की कमान संभाल रहे हैं.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के अलावा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अजय वी नायक और डीजीपी पीके ठाकुर ने भी बारी-बारी से विधि-व्यवस्था और चुनाव से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान गृह सचिव आमिर सुबहानी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आलोक राज, एडीजी सुनील कुमार, आईजी (खुफिया) जितेन्द्र सिंह गंगवार, आईजी (ऑपरेशन) सुशील खोपड़े, आईजी (मुख्यालय) सुनील कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

इन प्रमुख बातों पर दें ध्यान : पिछली विधानसभा चुनाव के दौरान जो दिक्कतें आयी हैं, उन्हें इस बार हर हाल में दूर की जाये. पिछली बार प्रत्याशियों को कई चुनावी कार्यों के लिए अनुमति लेने में काफी दिक्कत हुई थी.

इस बार इन बातों का गंभीरतापूर्वक ध्यान रखा जाये. इस बार सभी जिलों को जितनी संख्या में केंद्रीय फोर्स दिये जायेंगे, उनमें 40 फीसदी फोर्सों की तैनाती अतिसंवेदनशील तथा संवेदनशील स्थानों पर की जाये. प्रोटोकॉल से जुड़ी बातों पर भी ध्यान रखे. चुनाव जुड़ी तैयारी कराने के लिए छोटे जिलों को एक-एक करोड़ और बड़े जिलों को दो-दो करोड़ रुपये फिलहाल दिये गये हैं.

आर्म्स एक्ट, अपराधियों के खिलाफ सीसीए, असमाजिक तत्वों के खिलाफ उचित कार्रवाई, अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ, उम्मीदवारों का चुनावी प्रचार, सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग से जुड़े मामलों, पुलिस बलों की तैनाती के अलावा आचार संहिता से जुड़े तमाम मानकों पर खासतौर से नजर रखें.

इनका उल्लंघन किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. सरकारी स्थानों या दिवारों पर चुनावी नारे लिखने वाली पार्टियों के खिलाफ संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्रवाई करें. किसी तरह के नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई करें. विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए चौकसी बढ़ा दें.

अच्छे स्थान पर ठहराये केंद्रीय फोर्स को

अधिकारियों ने सभी जिलों को निर्देश दिया कि केंद्रीय फोर्सों को अच्छे स्थान पर ठहराये. यह ध्यान रखे कि इन स्थानों पर सुरक्षा के अलावा शौचालय, पीने का पानी, बिजली समेत तमाम संसाधन मौजूद हो. इन फोर्सों को रहने में किसी तरह की शिकायत नहीं होनी चाहिए.

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