उन्नाव : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा के साथ मिलीभगत के चलते समाजवादी पार्टी जनता परिवार से अलग हुई है. जयराम रमेश ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, भाजपा एवं सपा में हमेशा मिलीभगत रही है और जनता परिवार में बिखराव के पीछे यह भी एक कारण लगता है. उन्होंने कहा, भाजपा बिहार विधानसभा चुनाव सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आधार पर लड़ना चाहती है और महागंठबंधन से सपा के अलग हो जाने से उसे फायदा हो सकता है.
जयराम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पैकेजिंग और रिपैकेजिंग का एक्सपर्ट बताते हुए रमेश ने कहा कि पैकेजिंग और ब्रांडिंग के मामले में वह जो कर रहे हैं वैसा कोई और नहीं कर सकता है. यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी उनसे सीख रहे है. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी मनमोहन सरकार की योजनाओं की रिपैकेजिंग करके उसकी मार्केटिंग कर रहे हैं, यहां तक कि गंगा सफाई के नाम पर भी केवल उसका नाम बदला गया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने गंगा सफाई अभियान में आइआइटी के विशेषज्ञ शामिल किये थे, मोदी सरकार यह काम साधु-संतों के सहारे पूरा करना चाहती है. गुजरात माडल की बात करने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि हार्दिक पटेल के आंदोलन ने सरकार चलाने के गुजरात माडल की पोल खोल दी है. जयराम रमेश ने उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में कहा कि कांग्रेस वह चुनाव अकेले लड़ेगी.
रमेश ने सपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्वयं तो सकारात्मक और विकासोन्मुखी सोच रखते हैं, मगर उनकी मजबूरी यह है कि प्रदेश में चार-चार मुख्यमंत्री हैं. मनरेगा में हुए घोटाले के बारे में उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि बसपा राज में हुए घोटाले में शामिल लोगों को सपा सरकार बचा रही है.