माफी मांगी, तो रैंगिंग बदल गयी हंगामे में

पटना : पीएमसीएच कैंटीन के पास हुई रैगिंग की घटना के बाद प्राचार्य ने खुद छात्रों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जब घटना की जांच के लिए कमेटी बनायी गयी, तो उनकी रिपोर्ट में रैगिंग नहीं, हंगामा का मामला सामने आया है. सूत्रों की मानें, तो रैगिंग की घटना के बाद इसमें शामिल तीनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2015 7:10 AM
पटना : पीएमसीएच कैंटीन के पास हुई रैगिंग की घटना के बाद प्राचार्य ने खुद छात्रों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जब घटना की जांच के लिए कमेटी बनायी गयी, तो उनकी रिपोर्ट में रैगिंग नहीं, हंगामा का मामला सामने आया है.
सूत्रों की मानें, तो रैगिंग की घटना के बाद इसमें शामिल तीनों छात्रों को प्राचार्य ने अपने कक्ष में बुलाया और उनकी पहचान भी हो गयी, लेकिन किस कारण से मामले को प्राचार्य ने रैगिंग मानने से मना कर दिया, यह कहना मुशिकल है. वहीं प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने कहा कि रैगिंग नहीं हुई है. छात्रों का हंगामा हुआ था और इसके लिए आरोपित छात्रों ने मांफी मांग ली है.
कई मामलों में शामिल रहे हैं आरोपित : कॉलेज के शिक्षकों के मुताबिक घटना में शामिल छात्र 2013 बैच के हैं, जो पूर्व में कॉलेज के एक शिक्षक को बंद करके पीटने वाले थे, लेकिन जब प्राचार्य पहुंचे, तब छात्र वहां से भाग निकले. इसके अलावा आरोपित छात्रों के अभी हाल में एक इंटर्न की गाड़ी में हुए तोड़फोड़ तथा मेस संचालक से मारपीट के मामले में शामिल होने की चर्चा है.बावजूद उन छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
क्या है मामला : मामला बुधवार का है, जब दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली फारविसगंज की सीनियर छात्रा अपने भाई को पहली बार कॉलेज छोड़ने पीएमसी आयी थी. भाई के साथ रैंगिंग हुई तो बहन के साथ छेड़खानी की गयी.

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