बिहार : मांझी ने सीएम नीतीश पर लगाया किसानों की अनदेखी का आरोप
पटना : सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीतनराम मांझी ने सोमवार को नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. जीतनराम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में किसानों की अनदेखी कर रहे है. उन्होंने कहा कि बिहार में सूखा की स्थिति बन गयी है बावजूद इसके अभी तक राज्य […]
पटना : सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीतनराम मांझी ने सोमवार को नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. जीतनराम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में किसानों की अनदेखी कर रहे है. उन्होंने कहा कि बिहार में सूखा की स्थिति बन गयी है बावजूद इसके अभी तक राज्य में सूखा घोषित नहीं किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में मंत्री मालामाल हो रहे है. भारत सरकार को विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से इनकी संपत्ति की जांच करायी जानी चाहिये. इस दौरान उन्होंने लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान पर तंज कसते हुए कहा कि वे दलितों के नेता नहीं है.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीतनराम मांझी ने आज प्रेसवार्ता कर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही राज्य की समस्याओं से बेखबर नीतीश कुमार पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गये है. उन्होंने कहा कि राज्य के अनेक इलाकों में भू-जल स्तर नीचे चला गया है. किसानों को डीजल का पैसा, यूरिया एवं अन्य जरुरी चीजे उपलब्ध नहीं करायी गयी है. सूखा की स्थिति बनने के कारण किसानों का हाल बूरा हो गया है. बावजूद इसके राज्य सरकार ने अभी तक सूखा घोषित नहीं किया है. उन्होंने कहा कि राज्य के मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त है और मालामाल हो रहे है. उनका राज्य की जनता की भलाई से कोई लेना देना नहीं है. केंद्र सरकार को जांच एजेंसियों के माध्यम से इनकी संपत्ति की जांच करायी जानी चाहिए.
इसके साथ ही मांझी ने कहा कि निषाद समूह के लोगों की स्थिति अच्छी नही है और नीतीश उन्हें झांसा दे रहे है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार पहले उनके लिये आरक्षण का कोटा बढ़ाये फिर उन्हें झांसा दे तो बेहतर होगा. वहीं, मदरसा शिक्षकों की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनकी स्थिति बहुत खराब हो गयी है. जबकि नीतीश-लालू उनपर लाठियां बरसाने का आदेश दिलावा रहे है. उन्होंने कह कि मदरसा शिक्षकों को इन दोनों प्रमुख नेताओं के झांसे में नही आना चाहिये.
रामविलास पासवान पर निशाना साधते हुए मांझी ने कहा कि वे कहते है हम राष्ट्रीय नेता है. जबकि हम तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय नेता मानते है. उन्होंने कहा कि रामविलास किस आधार पर खुद को राष्ट्रीय नेता मानते है. उन्होंने कहा कि वे दलितों के नेता नहीं है.