जीतनराम मांझी व रामविलास की जुबानी जंग में अनंत कुमार ने दी दखल, बोले रखें धैर्य
पटना/नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों का एलान किये जाने को लेकर एक ओर जहां नयी दिल्ली में आयोग की अहम बैठक जारी है, वहीं दूसरी ओर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए के घटक दलों के बीच घमासान मचा हुआ है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम […]
पटना/नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों का एलान किये जाने को लेकर एक ओर जहां नयी दिल्ली में आयोग की अहम बैठक जारी है, वहीं दूसरी ओर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए के घटक दलों के बीच घमासान मचा हुआ है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को एक बार फिर लोजपा प्रमुख पर हमला तेज करते हुए कहा है कि वे दलितों के नेता नहीं हैं. उन्होंने कहा कि विस चुनाव में वे भाजपा से अपनी पार्टी के लिए ज्यादा सीटें मांगेंगे. इससे पहले कल जीतन राम ने रामविलास पर भाई भतीजावाद का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी पार्टी के सभी प्रमुख पद पर उनके भाई- पुत्र का कब्जा है. उन्होंने कहा कि उन्हें चींटी समझने की भूल न करे. चींटी भी हाथी को तबाह कर देती है.
मांझी ने कहा कि जब पासवान के पास एक भी विधायक नहीं हैं, तो वे 70 सीट मांग रहे हैं और हमारे पास 13 विधायक हैं तो हमें और सीट देनी चाहिए.वहीं, पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने कहा है कि हमारे व मांझी जी के रिश्ते अच्छे हैं, पता नहीं वे ऐसा क्यों बोल रहे हैं. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि वरिष्ठ भाजपा नेता व बिहार के चुनाव प्रभारी अनंत कुमार ने इस पूरे मामले में हस्तक्षेप किया है. अनंत ने फोन पर मांझी से बात की है और उन्हें सलाह दी है कि वे धैर्य रखें और सहयोगी दलों व उसके नेताओं के बारे में ऐसी बातें नहीं बोलें.
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने आज संवाददाता सम्मेलन कर एनडीए के प्रमुख घटक दल लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान पर जमकर तंज कसा. मांझी ने कहा, रामविलास पासवान ने पिछले दिनों हमारे बारे में बोला था कि मांझी अभी ट्रायल में हैं. 1980 से हम राजनीति में हैं. मुख्यमंत्री रह चुका हूं, क्या ये ट्रायल पीरियड है. उन्होंने कहा कि वे रामविलास को राष्ट्रीय नहीं अंतरराष्ट्रीय नेता मानते हैं.लेकिन पहले रामविलास बतायें कि वे किस आधार पर राष्ट्रीय नेताहैं.किसी दिन भी उन्होंने पिछड़ों की बात की? एक दिन भी उनके हक की मांग नहीं की. मांझी ने आगे कहा, जीतन राम मांझी आज भी गरीबों के लिए लड़ रहा है. स्वजातीय की बात की जाये तो महादलित में पासवान और मांझी नहीं आयेंगे तो हमने विरोध किया था. हम मंत्रिमंडल में थे, फिर भी विरोध किया था.
मांझी ने पासवान पर हमला बोलते हुए कहा कि वे दलितों के नेता नहीं हैं. उन्होंने कभी भी दलितों व गरीबों के हक में आवाज नहीं उठायी है. अगर उन्होंने कुछ किया है तो सामने आकर बताना चाहिये कि दलितों-गरीबों के लिए अब तक खास क्या किया. उन्हें अपने राजनीतिक करियर के साथ दूसरों के राजनीतिक करियर को भी देखना चाहिए, उसके बाद ही ऐसा कोई बयान देना चाहिये. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे एनडीए में वे भाजपा से अपनी पार्टी के लिए अधिक सीटों की मांग करेंगे.
चिराग ने कहा, वे नहीं जानते मांझी ऐसा क्यों बोले
वहीं, लोजपा सांसद एवं रामविलास पासवान के पुत्र ने कहा कि उन्हें नहीं पता है कि जीतन राम मांझी लोजपा के विरोध में इस तरह की बातें क्यों कर रहे हैं.चिराग ने कहा कि मांझी की पार्टी हम के एनडीए में शामिल होने पर गंठबंधन को मजबूती मिली है. लोजपा इसको लेकर अपनी राय पहले ही रख चुकी है. मांझी के आज के बयान पर उन्हें आश्चर्य है. हमारे पिता एवं लोजपा प्रमुख के साथ हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अच्छे संबंध हैं.
एनडीए में नहीं कोई विवाद : नंदकिशोर
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि सीट शेयरिंग एवं सीएम उम्मीदवार को लेकर एनडीए में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. भाजपा के शीर्ष नेता इस संबंध में बातचीत कर बहुत जल्द हल निकाल लेंगे.