अमित शाह से बात कर सारे मुद्दे सुलझाना चाहते हैं शत्रुघ्न सिन्हा

पटना : बिहारी बाबू यानीभारतीय जनता पार्टी के नेता शत्रुध्न सिन्हा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अपना दर्द बयां किया. पिछले कई दिनों से उनके पार्टी विरोधी बयान को लेकर भी उनसे सवाल किया गया. उन्होंने बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर भी विश्वास दिलाया कि पार्टी जरूर जीतेगी. पार्टी से दरकिनार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2015 5:10 PM

पटना : बिहारी बाबू यानीभारतीय जनता पार्टी के नेता शत्रुध्न सिन्हा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अपना दर्द बयां किया. पिछले कई दिनों से उनके पार्टी विरोधी बयान को लेकर भी उनसे सवाल किया गया. उन्होंने बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर भी विश्वास दिलाया कि पार्टी जरूर जीतेगी. पार्टी से दरकिनार किये जाने पर उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में बिहार प्रभारी से बात की थी, उन्होंने आश्वासन भी दिया कि इस संबंध में अध्यक्ष जी से बात करेंगे.उन्होंने अमित शाह का नाम लिये बिना कहा कि वे पार्टी अध्यक्ष से तमाम मुद्दों पर बात करना चाहते हैं. वे मुझे जहां बात के लिए कहेंगे मैं तैयार हूं, चाहे वह पार्टी कार्यालय हो या अध्यक्ष जी का घर या फिर मेरा घर. उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी को यह इच्छा बताने की बात भी अबतक उनकी वार्ता तय नहीं हो पायी है.

भूपेन्द्र यादव से की थी शिकायत
शत्रुध्न सिन्हा ने कहा, मेरे साथ जैसा बर्ताव किया जा रहा है इसकी शिकायत मैंने बिहार प्रभारी भूपेंन्द्र यादव से की मैंने फोन पर उन्हें बताया कि मुझे क्यों दरकिनार कर दिया गया है. उन्होंने ने भी मुझसे कहा कि ऐसा हो रहा है तो गलत है मैं अध्यक्ष जी से इस विषय में बात करूंगा मैंने उनसे कहा कि आप जहां बोलें वहां मिलकर बात करने को तैयार हूं भाजपा ऑफिस में, उनके घर पर, मेरे घर पर लेकिन अध्यक्ष जी को समय नहीं था इसलिए बात नहीं हो सकी समय मिलेगा तो बात होगी.
मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं
भारतीय जनता पार्टी के नेता और अभिनेता शत्रुध्न सिन्हा ने आज स्पष्ट कर दिया कि वह बिहार के मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं है हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी की इच्छा थी कि मैं बिहार की कमान संभालूं. इसके लिए उन्होंने मुझे दो बार बिहार भेजा. शत्रुध्न ने कहा, बिहार की जनता को यह जानने का हक है भाजपा किसके नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ेगी. हमारे पास कई नेता हैं जो बिहार की कमान संभालने के काबिलहैं. मैंने पासवान जी का नाम आगे किया है मुझे उनमें वो गुण नजर आताहैं. भले ही वो पार्टी के ना हो लेकिन एनडीए के तो हैं. बिहार चुनाव भाजपा का लिटमेस टेस्ट है मुझे उम्मीद है कि पार्टी वहां जीतेगी.
जिंदा हो, तो जिंदा नजर आना जरूरी है
शत्रुध्न सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मैं भाजपा का बहुत पुराना सिपाही हूं. पार्टी को कभी भी मेरी जरूरत होगी तो मैं उसके साथ हूं. मेरे लिए राजनीति पेशा नहीं है. मैं राजनीति करने नहीं आया हूं. मैंने कभी भी पार्टी की लक्ष्मण रेखा पार नहीं की. हमेशा पार्टी के हित के लिए सोचता हूं और काम करता हूं. भले ही बिहार चुनाव में मेरे पोस्टर और बैनर ना लगे हों लेकिन मैं खुद को इन चीजों से नहीं तोलता.
दमन और सम्मान के बीच झूल रहा हूं और झेल रहा हूं
भारतीय जनता पार्टी से अपनी बेरुखी जाहिर करते हुए शत्रुध्न सिन्हा ने कहा मैं सम्मान और दमन के बीच झूल रहा हूं. कुछ लोग हैं जो मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं नेताओं के कान भर रहे हैं. किसी के साथ मिलना और अच्छे संबंध रखने का यह मतलब नहीं है कि मैं उनकी पार्टी में जा रहा हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिग्विजय सिंह के बेटे की शादी में जाते हैं. मुलायम सिंह के बेटे की शादी में जाते हैं सेल्फियां ली जाती हैं. घटों रहते हैं इसका क्या मतलब है कि वह दूसरी पार्टी के हो गये. मेरे हिसाब से अच्छे कामों की तारीफ की जानी चाहिए.
मोदी कीनीयतऔर नीति दोनों अच्छी
शत्रुध्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अच्छा नेता बताते हुए कहा कि उनकी नीति बेहद अच्छी है. जैसा वो काम कर रहे हैं वह शानदार है बशर्ते की कोई उनके काम में बाधा ना डाले. जनता को उनसे ढेर सारी उम्मीदें है. बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री ने अपनी ताकत झोंक दी है, इसका फायदा बिहार में जरूर मिलेगा. मैंने कई जगह बिहार चुनाव के स्पेशल पैकेज पर स्लोगन भी देखे हैं.
जिंदगी मेंउतार-चढ़ाव आता रहता है
भाजपा में अपनी आज की स्थिति पर शत्रुध्न सिन्हाने कहा, जीवन में परिवर्तन जरूरी है और जीवन में उतार-चढ़ाव आता रहता है. मुझ पर मेरे बयान को लेकर आरोप लगाया जाता है. मुझे इतनी समझ है कि कहां क्या कहना चाहिए. मैं अपनी बात बहुत समझदारी से सामने रखता हूं. आज पार्टी को मेरी कम जरूरत है, लेकिन पार्टी को कभी भी मेरी जरूरत होगी तो मैं साथ रहूंगा.

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