शहर में लुटेरों का दबदबा

चुनाव की चुनौतियां सामने, अपराधियों पर नकेल हो रही ढीली पटना : चुनाव की चुनौतियां सामने हैं और पटना में लुटेरों की करतूतें बढ़ गयी हैं. सितंबर माह का पहला सप्ताह लुटेरों के नाम रहा. एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं. हद तो तब हो गयी, जब डकैतों के गिरोह ने जेल डिपार्टमेंट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2015 7:29 AM
चुनाव की चुनौतियां सामने, अपराधियों पर नकेल हो रही ढीली
पटना : चुनाव की चुनौतियां सामने हैं और पटना में लुटेरों की करतूतें बढ़ गयी हैं. सितंबर माह का पहला सप्ताह लुटेरों के नाम रहा. एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं. हद तो तब हो गयी, जब डकैतों के गिरोह ने जेल डिपार्टमेंट से रिटायर्ड पदाधिकारी के घर में धावा बोल दिया. इससे लुटेरों के हौसेल बुलंद के संकेत मिलते हैं.
हालांकि इस मामले में पुलिस ने दो लुटेरों को गिरफ्तार करने में सफल रही है. दरअसल पटना के शहरी इलाकों में लुटेरों ने नजर गड़ा दिया है. बैंक जानेवाले लोग, सैल्समैन, बीमा एजेंट आदि लुटेरों के टारगेट पर हैं. पहले रेकी और फिर आसानी से लूट. घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और पुलिस की चौकसी सवालों के घेरे में है. पटना में बाहर से कोई गैंग आ गया है या फिर जमानत पर छूटे अपराधी सक्रिय हो गये हैं, पुलिस इस पर होमवर्क कर रही है.
थानेदारों पर होगी कार्रवाई : एसएसपी मनु महाराज के दोबारा चार्ज लेने के बाद थानेदारों पर दबाव दिख रहा है.सभी थानेदारों को सख्त निर्देश दिया गया है कि लूट को रोकने के लिए निगरानी तेज करें और संवेदनशील स्थानों पर पैनी नजर रखें. बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान, बैंक वाले इलाके पर निगरानी तेज करने के भी निर्देश दिये गये हैं. अगर ढीलाही सामने आयी, तो थानेदारों पर गाज गिरना तय है. इसी कड़ी में बिहटा और फतुहा के थानेदारों को हटाया गया है.
सर्विलांस व सीसीटीवी फुटेज मुख्य हथियार : किसी भी घटना के बाद खुलासे के लिए पुलिस दो हथियारों का सहारा ले रही है. पहला सीसीटीवी फुटेज, दूसरा सर्विलांस पर बातचीत की रिकॉर्डिंग. यहां से सफलता मिल गयी तो ठीक, नहीं तो सीडीआर की जांच. इसके अलावा पुलिस के पास कोई रास्ता नहीं रह गया है.

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