पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिये भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए एवं नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागंठबंधन की चुनावी संभावनाओं पर आये दूसरे सर्वे के मुताबिक एनडीए बाजी मार सकती है. हालांकि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर लोगों की पहली पसंद बने है. यह सर्वे इंडिया टुडे-सिसरो ने किया है. इससे पहले इंडिया टीवी और सी-वोटर ने अपने सर्वे में नीतीश कुमार-लालू यादव के गंठबंधन को चुनावी जंग में एनडीए पर बढत बनाते हुए दिखाया है. इस सर्वे में भी विधानसभा चुनाव के पहले बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद बनकर उभरे हैं. इंडिया टुडे-सिसरो के जनमत सर्वेक्षण के अनुसार एनडीए को 120 से 130 सीटें जीतकर सत्ता हासिल कर सकती है. सर्वेक्षण में जेडीयू-राजद गठबंधन को 102-110 सीटें मिलने के आसार हैं. जबकि अन्य को 10-14 सीटें मिल सकती हैं.
जबकि इससे पहले इंडिया टीवी व सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक बिहार नीतीश, लालू व कांग्रेस का गंठबंधन मौजूदा हाल में बिहार में 116 से 132 सीटें जीत सकता है, जबकि भाजपा के नेतृत्व में लोजपा, आरएलएसपी व हम 94 से 110 सीटें जीत सकते हैं. जबकि दूसरे गंठबंधन या दल 13 से 21 सीटें जीत सकते हैं. उधर, इंडिया टुडे ग्रुप और सिसरो ने 1 सितंबर से लेकर 5 सितंबर के बीच ओपिनियन पोल कराया था. इसमें बिहार की 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 81 पर वोटरों का मत लिया गया. इस दौरान 321 पोलिंग स्टेशन से 5968 सैंपल लिये गये. गौर हो कि बिहार में पांच चरणों में 12 अक्तूबर से पांच नवंबर तक चुनाव होने हैं. मौजूदा विधानसभा में जेडीयू के 115, भाजपा के 91, राजद के 22, कांग्रेस के चार, लोजपा के तीन और आठ अन्य विधायक हैं.
बिहार में सबसे बेहतर मुख्यमंत्री के सवाल के जवाब में दोनों सर्वे में ज्यादातर लोगों ने नीतीश कुमार को पहली पसंद बताया है. वहीं इंडिया टुडे व सीसरो के सर्वे में सुशील मोदी को 19 फीसदी, लालू प्रसाद को 12 फीसदी, रामविलास पासवान को सात फीसदी, जीतनराम मांझी को छह फीसदी, जबकि राबडी देवी को दो फीसदी लोगों ने बेहतर सीएम उम्मीदवार बताया. इस सर्वे में बिहार में सबसे लोकिप्रय युवा के तौर पर चिराग पासवान को सबसे ज्यादा 18 फीसदी लोगों ने पहली पसंद बताया. सर्वे के 40 फीसद प्रतिभागियों ने माना कि जब बिहार में जेडीयू-भाजपा का गठबंधन था तो बेहतर सुशासन था. जबकि 33 फीसदी ने ही कहा कि भाजपा से रिश्ते तोड़ने के बाद बिहार में नीतीश सुशासन लाये हैं.