बिहार चुनाव : लालू ने कहा, लड़कियां मेरे पास Selfie लेने आती हैं…
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि देश की जनता महंगाई का रोना रो रही है लेकिन प्रधानमंत्री चुप-चाप हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के पहले कहते थे कि महंगाई पर काबू पाया जाएगा लेकिन आज खाने की थाली से दाल गायब है. सरसों तेल भी […]
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि देश की जनता महंगाई का रोना रो रही है लेकिन प्रधानमंत्री चुप-चाप हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के पहले कहते थे कि महंगाई पर काबू पाया जाएगा लेकिन आज खाने की थाली से दाल गायब है. सरसों तेल भी महंगे भाव में बिक रहा है. महंगाई सातवें आसमान पर है. उन्होंने कहा कि सर्विस टैक्स बढ़ाने से महंगाई बढ़ी है. यही कारण है कि आमलोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है.
अपने अनोखे अंदाज से अपनी पहचान बनाने वाले लालू प्रसाद यादव ने कहा कि किसी समय में सुशील मोदी मेरा सेक्रेटरी हुआ करता था यही नहीं रविशंकर मेरा असिस्टेंट सेक्रेटरी हुआ करता था. ये लोग मुझसे क्या बात करेंगे. मुझसे बात करने के लिए इनके बड़े नेता मौजूद हैं. लालू ने कहा कि सुशील मोदी तो नीतीश कुमार का स्टेपनी था.
लालू प्रसाद ने कहा कि मेरी पहचान पूरी दुनिया में हैं. यही कारण है कि ये लोग मुझसे जलते हैं. मैं जहां भी जाता हूं लड़कियां मेरा साथ सेल्फी लेने पहुंच जातीं हैं. मैं उनसे कहता हूं कि इस फोटो का मिस यूज मत करना. लालू ने कहा कि यक मेरी माताएं-बहने हैं जो मुझे उनसे ज्यादा पसंद करतीं हैं. पहले नेता गांवों में जाते थे तो लोग मिलने नहीं आते थे लेकिन मुझसे मुस्लिम बहने भी मिलने आती हैं.
लालू प्रसाद यादव ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की नकल भी कीऔर कहा कि वे बहुत भींच के बोलते हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे अच्छे से भाषण दें नहीं गर्दन का नस फट जायेगा. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने बिहार को विशेष पैकेज देने के दौरान मंच से भाषण दिया था जिसके बाद लालू प्रसाद ने उनकी नकल उतारी थी जो लोगों के हास्य का कारण बना था. लालू ने कहा कि नरेंद्र मोदी को मुझसे डर लग रहा है.
लालू ने कहा कि भाजपा आरएसएस का मुखौटा है. जब आरएसएस ने आंख तरेरा तो नरेंद्र मोदी सहित सभी वहां पहुंचकर त्वमेव माता-पिता त्वमेव कहने लगे. लालू प्रसाद ने कहा कि जंगल राज की बात कौन कर रहा हैं. उन्होंने भूराबाल साफ करने की बात कब की. उन्होंने तो बस तवा की रोटी जो जल रही है, उसे पलटने का काम किया. इससे अभिजात्य वर्ग को नागवार गुजरा.