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उम्मीदवारों के लिए जिलों में नियुक्त किये जा रहे ऑब्जर्वर

पटना : चुनाव आयोग राज्य ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव कराने की तैयारी अंतिम चरण में है. चुनाव से जुड़े अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है. पहले चरण के चुनाव वाले जिलों में 13 सितंबर तक मतदाता सूची से हटाये गये नाम की सूची उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2015 5:46 AM
पटना : चुनाव आयोग राज्य ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव कराने की तैयारी अंतिम चरण में है. चुनाव से जुड़े अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है. पहले चरण के चुनाव वाले जिलों में 13 सितंबर तक मतदाता सूची से हटाये गये नाम की सूची उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है.
12 अक्तूबर को मतदान के एक दिन पहले सभी मतदान और सुरक्षाकर्मी मतदान केंद्रों तक पहुंच जायेंगे. इस बार एक भी बूथ पर बिहार पुलिस के जवान की तैनाती नहीं की जायेगी. सभी उम्मीदवारों के लिए और जिला वार भी आब्जर्वर नियुक्त किये जा रहे हैं. पहले चरण के चुनाववाले जिले में भागलपुर को जहां सांप्रदायिक दृिष्ट से अति संवेदनशील माना जा रहा है. वहीं जमुई, मुंगेर और नवादा के नक्सलग्रस्त इलाके में हिंसा रहित मतदान चुनाव आयोग के लिए चुनौती साबित होनेवाली है. चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि पदाधिकारियों को नामांकन कराने से लेकर सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए जानकारी दी जा रही है.
निर्वाचन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण के दस जिलों में जमुई बांका, लखीसराय, नवादा और खगड़िया में माओवादियों की हमले की आशंक के बीच मतदान कराना चुनाव आयोग के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी. संवेदनशील भागलपुर में चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की आशंका बनी हुई है. चुनाव के दौरान ही कई पर्व त्योहार के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ कर चुनावी लाभ लेने की कोशिश हो सकती है.
इससे निबटने के लिए आयोग तैयारी में जुटी है. अपराध की समस्या से ग्रस्त बेगूसराय,शेखपुरा, मुंगेर और समस्तीपुर में चुनाव कराने के लिए आयोग पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम की तैयारी की गयी है. मिली जानकारी के अनुसार चुनाव के दाैरान सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील, अपराधग्रस्त और माओवादी प्रभावित इलाकों को विस्तार से जानकारी ली जा रही है.
मतदान के ठीक एक सप्ताह पहले एरिया डोमिनेशन का काम शुरू कर दिया जायेगा. संवेदनशील इलाकों में आम लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की गस्ती, जगह-जगह स्थायी तौर सुरक्षा बलों की तैनाती की तैयारी शुरू कर दी गयी है.
जल्द ही सुरक्षा बलों की टीम उपलब्ध होने वाली है. आयोग के निर्देश पर संवेदनशील इलाकों में तैनाती की कार्रवाई शुरू हो जायेगी. यह सुरक्षा बल मतदान के बाद भी इलाकों में तैनात रहेंगे.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बांका के 1111, मुंगेर के 496, लखीसराय के 488, भागलपुर के 1055 खगड़िया के 609, बेगूसराय के लगभगा पांच सौ से अधिक बूथ पर सुरक्षा बलों आयोग को सुरक्षा देना चुनौती से कम नहीं होगा. निर्वाचन विभाग के अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के बूथों के लिए सहायक मतदान केंद्र चिह्नित कर लिया गया है. मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं. जिला प्रशासन इसकी समीक्षा कर रही है.
मतदानकर्मियों की सूची तैयार कर प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है. मतदान के एक सप्ताह पहले कर्मियों की रेंडेमाइजेशन के बाद ही मतदान केंद्र का आवंटन किया जायेगा. मतदान के ठीक एक दिन पहले मतदान पार्टी को मतदान केंद्र पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है.

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