4.65 लाख रुपये के साथ पकड़े गए जीतन राम मांझी के बेटे, धारा 171-बी के तहत केस दर्ज

पटना:बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘हम’ के अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी को बड़ा झटका लगा है. आज पुलिस ने उनके छोटे बेटे को 4.65 लाख रुपये से भरे बैग के साथ पकड़ लिया. हालांकि मांझी के छोटे बेटे प्रवीण को पुलिस ने पूछताछ के बाद जमानत पर छोड़ दिया है. लेकिन उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2015 2:06 PM

पटना:बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘हम’ के अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी को बड़ा झटका लगा है. आज पुलिस ने उनके छोटे बेटे को 4.65 लाख रुपये से भरे बैग के साथ पकड़ लिया. हालांकि मांझी के छोटे बेटे प्रवीण को पुलिस ने पूछताछ के बाद जमानत पर छोड़ दिया है. लेकिन उनके खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता 171-बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है. इधर इसी मामले में पुलिस से जमानत मिल जाने के बाद भी इनकम टैक्‍स विभाग के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की.

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवीण के पास से 4.65 लाख रुपये बरामद हुये जिसके बाद पुलिस ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया था. हिरासत में उनसे जहानाबाद पुलिस ने पूछताछ की. पूछताछ में जीतन राम मांझी के बेटे प्रवीण ने पैसे के साथ पकड़े जाने पर सफाई दी कि मेरा घर हनुमान नगर ( पटना) में है वहां काम चल रहा है मैं उसी के काम के लिए पैसे ले जा रहा था.

प्रवीण मांझी को एक रूटीन जांच के दौरान हिरासत में लिया गया. प्रवीण अपनी नयी गाड़ी में सवार होकर पटना की तरफ आ रहे थे. कैश में एक- एक हजार के नोट शामिल है. प्रवीण की गाड़ी का नंबर BR 01 AQ 5640 है. हम(हिंदुस्तान आवाम मोरचा) पार्टी के प्रवक्ता ने कहा इस पूरे मामले को चुनाव से नहीं जोड़ना चाहिए. मुझे इसकी जानकारी ही नहीं की 50 हजार से ज्यादा लेकर नहीं चल सकते इसे लेकर चुनाव आयोग को प्रचार करना चाहिए. प्रवीण यह पैसा कर्ज लेकर आ रहा था. पटना में उसे व्यक्तिगत काम था.

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राज्य में आचार संहिता लागू है जिसमें इतने कैश के साथ सफर करने पर पाबंदी है. चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा के साथ ही यह साफ कर दिया था कि 50 हजार से ज्यादा पैसे लेकर सफर ना करें. इसके अलावा लाइसेंसी हथियार को भी जमा करने जैसे कदम उठाने पर जोर दिया था. प्रवीण की गिरफ्तारी के बाद अबतक जीतन राम मांझी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. चुनाव आयोग बिहार चुनाव को निष्पक्ष कराने पर पूरा ध्यान दे रहा है.

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