एनडीए सीट बंटवारा : 20 सीट पर माने जीतन राम मांझी, 160 पर खुद लडेगी भाजपा
नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के मद्देनजर सोमवार को एनडीए की ओर से सीटों के बंटवारे का एलान कर दिया गया. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि भाजपा 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं जीतन राम मांझी […]
नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के मद्देनजर सोमवार को एनडीए की ओर से सीटों के बंटवारे का एलान कर दिया गया. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि भाजपा 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम 20 सीटों, लोजपा 40 सीटों एवं रालोसपा 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा मांझी के कुछ प्रत्याशी भाजपा की ओर से भी चुनाव लड़ेंगे. अमित शाह के साथ प्रेसवार्ता के दौरान जीतन राम मांझी, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा एवं लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान भी मौजूद थे.
विकास के मुद्दे पर चुनावलडेगाएनडीए
अमित शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए विकास के मुद्दे पर चुनाव लडेगा. उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों का चयन चुनाव समिति के सदस्य करेंगे और एनडीए में सीएम प्रत्याशी का फैसला विधायल दल करेगा. अमित शाह ने कहा कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. हमलोग सभी एक होकर यहां बैठे हैं. किसी के चेहरे पर उदासी नहीं है.
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमलोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लडेंगे. मुङो उम्मीद है कि बिहार की जनता फिर से राज्य में जंगल राज नहीं आने देगी. जहां तक मांझी का सवाल है वह फैसला करेंगे कि उन्हें चुनाव लड़ना है या नहीं. जदयू के साथ गंठबंधन टूटने के संबंध में उन्होंने कहा कि बिहार की जनता समझती है कि गंठबंधन किसने तोड़ा और पीठ में छूराकिसने घोंपा.
बिखर चुका है महागंठबंधन
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि महागठबंधन के बिखराव हो चुका है और गंठबंधन के मुखिया ही उनके साथ नहीं हैं. जबकि एनडीए के सभी घटक दल एक साथ हैं. बिहार में नीतीश ने घोटाले की आरोपी कांग्रेस और जंगलराज देने वाले लालू के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान हैं. वहीं दूसरी ओर विकास की धारा लेकर राजग के सभी लोग एकजुट हैं.
लालू-नीतीश पर निशाना
अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार खुद को बिहार मान रहे हैं, जबकि बिहार की जनता उन्हें बिहार नहीं मान रही है. वह डीएनए वाले मामले पर नीतीश के अभियान का जवाब दे रहे थे. गंठबंधन टूटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार की जनता सब जानती है कि गठबंधन क्यों टूटा, किसके कारण टूटा.
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव कीजाति आधारित राजनीति के आरोप पर शाह ने कहा कि ओबीसी एक संवैधानिक शब्द है. लालू जी को मालूम नहीं मुझे मालूम है. जाति की राजनीति वे करते हैं. इससे पहले शाह ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि जो विकास के आंकड़े वह दे रहे हैं, वो तब के हैं, जब भाजपा जदयू के साथ थी. भाजपा के अलग होने के बाद जंगलराज की ओर बिहार बढ़ने लगा है. मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए की सरकार चल रही है. प्रधानमंत्री जी ने बिहार के विकास के लिए बड़ा पैकेज घोषित किया, जबकि बिहार के मुख्यमंत्री आभार प्रकट करने के बजाए कटाक्ष कर रहे हैं.
मांझी को नीतीश ने किया अपमानित
जदयू और दूसरी पार्टियों द्वारा मांझी को अपमानित करने के आरोप के जवाब में शाह ने कहा कि मांझी जी को आधी रात में बिहार भवन छोड़ना पड़ा किसकी वजह से. आम और लीची के कारण उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा किसकी वजह से. उन्होंने कहा कि इस मामले को हम बिहार की जनता के पास लेकर जायेंगे और वहीं ऐसे नेताओं को जवाब देगी.