पटना वीमेंस कॉलेज में छेड़खानी का मामला, आक्रोशित छात्राओं ने किया हंगामा, घंटों लगा जाम

पटना : पटना वीमेंस कॉलेज में बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन के अंतिम वर्ष की छात्रा के साथ कॉलेज के ही एक प्रोफेसर संजय दत्ता द्वारा छेड़खानी किये जाने के विरोध में शुक्रवार को छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ हमला बोला. कॉलेज के गेट पर छात्राओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए राजधानी की सड़कों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 18, 2015 12:27 PM

पटना : पटना वीमेंस कॉलेज में बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन के अंतिम वर्ष की छात्रा के साथ कॉलेज के ही एक प्रोफेसर संजय दत्ता द्वारा छेड़खानी किये जाने के विरोध में शुक्रवार को छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ हमला बोला. कॉलेज के गेट पर छात्राओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए राजधानी की सड़कों पर घंटों यातायात व्यवस्था को ठप कर दिया. इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रिसिंपल को बर्खाख्त करने की भी मांग की. हालांकि कॉलेज प्रशासन एवं छात्राओं के बीच इस मामले पर बातचीत भी हुई. लेकिन कई छात्राओं को इस बातचीत में शामिल होने से रोक दिया गया. जिसको लेकर छात्राएं ज्यादा उग्र हो गयी और पटना की सड़कों पर यातायात को ठप कर दिया. इसी बीच पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में करीब 18 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. इससे पहले मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली थाने की पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआइआर दर्ज कर लिया है. जांच तक आरोपी प्रोफेसर को कॉलेज से निकाल बाहर किया गया है.

छेड़खानी के इस सनसनीखेज मामले के विरोध में आज सुबह से छात्राओं ने पीडि़ता की मां के साथ कॉलेज के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गयी. इससे पहले कल इस संबंध में छात्राओं के एक समूह ने पटना एसएसपी से मुलाकात की और छेड़खानी व उसकी शिकायत को दबाने संबंधी प्रयास को लेकर अपना बयान दर्ज कराया है. इसके बाद एसएसपी के आग्रह पर प्रशासन एवं छात्राओं के बीच बातचीत कर इस मामले पर खुला सत्र आयोजित करने को लेकर सहमति बनी. इसी के मद्देनजर आज प्रशासन एवं छात्राओं के बीच खुला सत्र बुलाकर बातचीत की जा रही है. वहीं, छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ कॉलेज की छात्राएं एवं पीडि़ता की मां का मुख्य गेट पर प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रिसिंपल को बर्खास्त करने की मांग कर रहे है.

क्या हैं पूरा मामला
आखिर छुप नहीं सका सफेद इमारत के पीछे का काला सच. पहले फिजिकल टच, फिर नंबर बढ़ाने की शर्त पर ब्लैकमेल करने की कोशिश. मई के दूसरे सप्ताह से पटना वीमेंस कॉलेज के शिक्षक संजय दत्ता आरोप में घिरे हुए हैं. पूरे 120 दिनों तक कॉलेज प्रशासन ने घिनौनी करतूत को छुपाने की कोशिश की. छात्राएं शिक्षक पर कार्रावाई चाह रही थीं और कॉलेज प्रशासन छात्राओं को ही कॉलेज से बाहर करने की धमकी दे रही था. जब छात्राओं को लगा कि कॉलेज में उनकी बात नहीं सुनी जायेगी, तो वह गोलबंद हो गयीं और सोशल वेबसाइट के जरिये पूरे मामले को उजागर कर दिया. वाट्स ऐप पर छात्राओं ने पूरे मामले को पोस्ट किया. पुलिस ने मामले पर संज्ञान ले लिया है और अब शिक्षक की गिरफ्तारी तय है.

दो सितंबर को की थी शिकायत
मास कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट की छात्राओं की ओर से यौन उत्पीड़न की शिकायत दो सितंबर को कॉलेज प्रशासन से की गयी थी. शिकायत मिलने के बाद प्राचार्या सिस्टर मैरी जैसी ने शिकायत करनेवाली छात्राओं को ही उल्टे जेल भेजने और कैरियर बरबाद करने की धमकी दे डाली और उन्हें क्लास से सस्पेंड करने की धमकी दी. इसके बाद सभी छात्राएं एकजुट हो गयीं. प्राचार्या के फैसले का विरोध कर सभी छात्राओं ने क्लास अटेंड करने से मना कर दिया. सभी ने अपने-अपने पैरेंट्स को कॉलेज बुला लिया. इसके बाद पैरेंट्स के सामने प्राचार्या ने कहा कि अब आरोपित टीचर क्लास नहीं लेंगे.

वहीं लड़कियों को सभी प्रकार के फेसबुक स्टेट्स और वीडियो और फोटो डिलीट करने की नसीहत दे कर सस्पेंड की हुई लड़की का सस्पेंशन वापस लिया.कॉलेज प्राचार्य सिसटर मैरी जैसी एसी का कहना है कि छात्राओं द्वारा वीडियों देखने के बाद शिक्षक संजय दत्ता को कॉलेज आने की इजाजत नहीं दी गयी है. वही इकनॉमिक्स विभाग की छात्राओं का कहना है कि मामला बढ़ने के एक दिन पहले तक संजय दत्ता ने क्लास लिया था.

मेरे खिलाफ सबूत नहीं, कोई नहीं निकाल सकता : संजय दत्ता
छात्राओं की कोई गलती नहीं है, उन्हें भड़काया जा रहा है. मैं निदार्ेष हूं. मुझे इस बात की भनक तक नहीं कि कोई मुझे निकालने के लिए इस हद तक जा सकता है. कॉलेज प्रशासन की ओर से थर्ड इयर की छात्राओं का क्लास लेने के लिए मना किया गया. कॉलेज प्रशासन के पास कोई सबूत तक नहीं है. बिना किसी सबूत के मुझे कोई नहीं निकाल सकता है.

कैबिनेट मेंबर और छात्राओं में हाथापाई
पटना वीमेंस कॉलेज प्रशासन द्वारा छेड़खानी के मामले को दबाने का लगातार प्रयास के विरोध में बुधवार को भी वहां की छात्राओं ने जम कर हंगामा किया. छात्राएं छेड़खानी के आरोपित शिक्षक संजय दत्ता को निकालने की मांग कर रही थीं. सुबह 11 बजे से लकेर शाम चार बजे तक छात्राएं ‘वी वांट जिस्टस, वी वांट जिस्टस के नारे लगाती रहीं. कॉलेज की प्राचार्या सिस्टर मैरी जैसी एसी के खिलाफ भी नारे लगा रही थीं. छात्राओं को एआइएसएफ के सदस्यों ने कॉलेज गेट पर प्रोटेस्ट किया. इसके बाद तीन सदस्यों को प्राचार्या ने बात करने के लिए बुलाया, लेकिन बात नहीं बनी. सुबह 11.20 में सभी छात्राएं क्लास छोड़ कर कॉलेज गेट के पास आ गयीं. कॉलेज प्रशासन ने गेट को बंद कर दिया. इससे छात्राएं और उग्र हो गयीं और गेट तोड़ने का प्रयास करने लगीं. इस दौरान कुछ छात्राओं से कैबिनेट मेंबर ने मारपीट भी की.

पीयू में शिक्षकों के जींस व टीशर्ट पहनने पर पाबंदी : सिस्टर मैरी जेसी, प्राचार्या
पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों के जींस व टीशर्ट पहनने पर पाबंदी लगा दी गई. इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. रजिस्ट्रार संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है वे इसका सही से पालन करें.जो शिक्षक इसका पालन नहीं करेंगे, शिकायत मिलने पर उनपर कार्रवाई की जायेगी. छात्रों के ऊपर यह निर्णय लागू नहीं होगा. कॉलेज की हर छात्रा की देखरेख करना हमारी जबावदेही है, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है. दरअसल छात्राएं कॉलेज में मोबाइल रखना चहती हैं और जिस टीचर पर आरोप लगा है, वे बहुत स्ट्रीक्ट टीचर हैं, इसलिए कुछ छात्राएं शिक्षक को जान बुझ कर फंसा रही हैं. अगर छात्राएं उस शिक्षक के खिलाफ कोई सबूत लायेंगी, तो उन पर कारवाई की जायेगी. वैसे इस मामले की जांच चल रही है. हालांकि आरोपित टीचर को थर्ड इयर का क्लास लेने से मना कर दिया गया है.

पीडि़ता की मां बोली, बेटी को है खतरा
हंगामे के दौरान पीडि़ता की मां भी कॉलेज प्राचार्या से मिलने के लिए पहुंची. जब पीडि़ता की मां ने अपना दर्द बयां किया, तब छात्राएं और हंगामा करने लगीं और इंसाफ के लिए नारे लगाने लगीं. पीडि़ता की मां ने कहा कि मेरी बेटी फेसबुक पर कॉलेज के खिलाफ लिखी थी. तभी पैरेंट्स के साथ उसे बुलाया गया. छात्रा के वहां पहुंचने पर प्राचार्या ने कहा कि उसने कॉलेज को बदनाम किया है. जल्द दो दिनों में उन सभी का नाम बताओ जो कॉलेज को बदनाम कर रहे हैं. पीडि़ता की मां ने कहा कि मेरे बेटी की जान को खतरा है. कॉलेज प्रशासन के इशारे पर दो दिनों से कुछ लोग उसे फॉलो कर रहे हैं.

एचओडी व प्राचार्या बंद करा देती थीं जुबान
पटना वीमेंस कॉलेज में हुए विवाद पर वहां के मॉस कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट की सेकेंड इयर छात्रा प्रियंका का कहना है कि पिछले कई दिनों से शिक्षक संजय दत्ता के द्वारा क्लास में पढ़ाते वक्त डबल मिनिंग का इस्तेमाल किया जाता था. कई बार छात्राओं ने उन्हेें नजरअंदाज कर दिया. शिक्षक की हरकत ज्यादा बढ़ गयी, तो छात्राओं ने इसकी शिकायत डिपार्टमेंट हेड मिनती चकलानवीस से की, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली.

कॉलेज से निकालने की धमकी
बीकॉम विभाग की छात्राओं ने बताया कि अभी हाल ही में बीकॉम विभाग के मेल टीचर ने छात्रा के साथ फिजिकल टच करने की कोशिश की थी. छात्राओं को इस बात की हिदायत दी गयी थी कि इस घटना के बारे में किसी को खबर नहीं होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि आये दिन कॉलेज में इस तरह की घटनाएं होती हैं. बीएमसी विभाग की छात्राओं ने बताया कि फिजिक्स फैकल्टी डॉ अपराजिता कृष्ण ने छात्राओं का फोटो एवं वीडियो ले लिया है, साथ ही वे छात्राओं को कॉलेज से निकाल देने की धमकी दे रहे हैं. वही डॉ अपराजिता ने छात्राओं का आइकार्ड भी जब्त कर लिया है. डॉ कृष्णा द्वारा छात्राओं को खुलेआम धमकी दी गयी.

टीचर मोबाइल चेक करने के नाम पर करता था फिजिकल टच
कॉमर्स विभाग की एक छात्रा की मां का कहना है कि कॉलेज में बच्चों के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जाता है. कॉलेज से निकाल देने की धमकी की वजह से लड़कियां कुछ बोल नहीं पाती हैं. हजार तरह के नियम कानून से कॉलेज में छात्राओं को बांध कर रखा जाता है. शॉर्ट सूट पहनने के कारण लड़कियों को कॉलेज से घर भेज दिया जाता है. इस कारण छात्राएं काफी डरी रहती हैं. मोबइल चेक करने के नाम पर छात्राओं का फिजिकल टच किया जाता है.

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