बिहार चुनाव : राहुल गांधी के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे नीतीश
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की शनिवार को पश्चिम चंपारण जिले में होने वाली रैली में भाग नहीं लेंगे क्योंकि वह टिकट बंटवारे में व्यस्त रहेंगे. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे […]
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की शनिवार को पश्चिम चंपारण जिले में होने वाली रैली में भाग नहीं लेंगे क्योंकि वह टिकट बंटवारे में व्यस्त रहेंगे. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे नेता सीट बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में व्यस्त हैं और इसलिए वे रामनगर कार्यक्रम में नहीं आयेंगे. बहरहाल इसका बहुत अधिक राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए.
वहीं, जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी ने राहुल गांधी की रैली में भाग लेने के लिए मुझे अधिकृत किया है. त्यागी ने कहा कि चूंकि नीतीश कुमार टिकट बंटवारे में व्यस्त रहेंगे इसलिए वह राज्य की राजधानी में मौजूद रहेंगे और बीआर अंबेडकर की जयंती के अवसर पर रामनगर में राहुल गांधी के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. त्यागी ने दावा किया कि निकट भविष्य में कई कार्यक्रम होंगे जब जदयू, राजद और कांग्रेस वाले महागंठबंधन के वरिष्ठ नेता एक साथ मंच पर आयेंगे.
उधर, नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के कार्यक्रम से अपनी अनुपस्थिति के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन एक संदेश ट्वीट किया, महागंठबंधन ने हर दल को चुनाव लड़ने के लिए दी जाने वाली सीटों को अंतिम रुप दे दिया है और औपचारिक सूची 19 सितंबर को जारी होगी. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने घोषणा की है कि वह रामनगर नहीं जा सकेंगे और अपने पुत्र तेजस्वी यादव को भेजेंगे.
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि रामनगर में कल का कार्यक्रम बीआर अंबेडकर की 125वीं जयंती पर पूरी तरह कांग्रेस का कार्यक्रम है. बिहार में चुनाव का समय होने के कारण हमने धर्मनिरपेक्ष गंठबंधन को आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद कल के कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ होंगे. जिला मुख्यालय बेतिया से 40 किलोमीटर दूर रामनगर में अनुसूचित जाति और थारु जनजाति की बहुतायत है. यह नेपाल की सीमा से लगा हुआ है और भितरवा से करीब 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां से महात्मा गांधी ने 1917 में सत्याग्रह की शुरुआत की थी. गौर हो कि रामनगर (आरक्षित सीट) का प्रतिनिधित्व वर्तमान में भाजपा की भागीरथी देवी करती हैं.