मरीज के परिजनों ने कहा, इलाज से हम संतुष्ट
पटना : एसिड अटैक में घायल हुई सोनी परवीन से मिलने बुधवार को बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा अपने सदस्यों के साथ पहुंची. इमरजेंसी के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भरती पीड़िता से अध्यक्ष ने बात की और उसका हाल डॉक्टरों से जाना. इसके अलावे एसिड अटैक में घायल दूसरी लड़की ज्योति कुमार, रामेश्वर […]
पटना : एसिड अटैक में घायल हुई सोनी परवीन से मिलने बुधवार को बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा अपने सदस्यों के साथ पहुंची. इमरजेंसी के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भरती पीड़िता से अध्यक्ष ने बात की और उसका हाल डॉक्टरों से जाना.
इसके अलावे एसिड अटैक में घायल दूसरी लड़की ज्योति कुमार, रामेश्वर प्रसाद व मीना देवी से भी मुलाकत कर उनसे इलाज के बारे में पूछा. दोनों मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों के इलाज को सराहा और कहा कि उनके इलाज से वह संतुष्ट है. इस दौरान महिला अायोग की सदस्य रीना कुमारी व चौधरी मायावती के अलावे अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ दीपक टंडन, इमरजेंसी इंचार्ज डॉ अभिजीत सिंह, डॉ निहारिका मौजूद थी.
डीएम से मुआवजे की करेंगी मांग
एसिड अटैक को मिलनेवाली राशि के लिए दोनों जिले के डीएम से बात करेंगी. अंजुम आरा ने कहा कि इस मामले में कौन फरार है और कौन हिरासत में है. इसकी भी पूरी जानकारी ली जायेगी. मामले में दोषियों को किसी भी हाल में सजा दिलवाने के लिए आयोग अपना काम करेगा.
डॉक्टरों के काम से हम संतुष्ट हैं, पीड़िता ने नहीं की शिकायत : ध्यक्ष अंजुम आरा ने पत्रकारों को बताया कि वह डॉक्टरों के काम से वह संतुष्ट हैं और पीड़िता ने भी डॉक्टरों के खिलाफ को बयान नहीं दिया है. जहां तक शनिवार को हुई घटना की बात है उसमें भी पीड़िता ने कुछ नहीं कहा है. उनके परिजनों का कहना है कि वह इलाज से संतुष्ट है. अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी एनजीओ या किसी भी व्यक्ति को यह अधिकार नहीं है कि वह डॉक्टरों के काम में बाधा डाले. डॉक्टर अपने मुताबिक काम करते है. ऐसे में जब उनको भटकाया जायेगा, तो वह परेशान होंगे.
छेड़खानी मामले में महिला आयोग में शिकायत दर्ज
वर्षा जवलगेकर ने अब न्याय की गुहार की आस में बिहार राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी है. उसने लिखित आवेदन देकर बताया है कि पीएमसीएच में एसिड पीड़िता के साथ इलाज के दौरान सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर सत्पाल द्वारा अभ्रद व्यवहार करते हुए छेड़खानी की गयी.
उन्होंने बताया कि नवादा निवासी मोहम्मद गयास खां की बेटी सोनी परवीन पर बीते 13 सितंबर को एसिड अटैक किया गया था. इस मामले जब पीड़िता के इलाज में बेहतर सुविधा प्रदान करने की बात अस्पताल डॉक्टर से की गयी, तो हमारी बात सुनने के बजाय अभ्रद व्यवहार किया गया. महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा ने बताया कि पीड़िता के बयानों को दर्ज कर उसके मामले में कार्रवाई करने की बात कही गई है.
उन्हाेंने उस डॉक्टर के खिलाफ सम्मन जारी किया गया है. आयोग द्वारा सुनवाई के लिए पांच अक्तूबर की तिथि निर्धारित की गयी है. उन्होंने पीड़िता को आश्वासन दिया है कि मामले में सत्यता की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.