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लालू ने पुरानी भूल से ली सबक खास लोग बनाये गये प्रत्याशी
पटना : लोकसभा चुनाव में खट्टे-मीठे स्वाद के बाद इस बार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद ने अपने गढ़ को सुरिक्षत रखने के लिए पासा फेंक दिया है. खास सीटों पर अपने खास लोगों को उम्मीदवार बनाकर माय समीकरण के मतदाताओं को लुभाने का दावं उन्होंने चला है. छपरा, सीवान और गोपालगंज लालू की जन्म […]
पटना : लोकसभा चुनाव में खट्टे-मीठे स्वाद के बाद इस बार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद ने अपने गढ़ को सुरिक्षत रखने के लिए पासा फेंक दिया है. खास सीटों पर अपने खास लोगों को उम्मीदवार बनाकर माय समीकरण के मतदाताओं को लुभाने का दावं उन्होंने चला है.
छपरा, सीवान और गोपालगंज लालू की जन्म और कर्म भूमि रही है. 2010 के विधानसभा चुनाव में लालू को सोनपुर जैसी अपनी परंपरागत सीट पर भी मात मिली थी. छपरा की 10 सीटों में मात्र दो सीटें उनकी झोली में आ पायी थी. उस बार लड़ाई छोटे भाई और उनके सहयोगी रही भाजपा से थी. इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं. लालू के साथ जहां छोटे भाई नीतीश कुमार मजबूती से खड़े हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी भी महागंठबंधन के साथ दिख रही है.
2010 के चुनाव में सोनपुर विधानसभा में राबड़ी देवी की हार से सबक लेकर लालू ने इस बार स्थानीय और पूर्व विधायक रामानुज प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. रामानुज प्रसाद लालू के करीबी माने जाते हैं. 2010 के चुनाव में तत्कालीन विधायक रामानुज प्रसाद का टिकट काट कर राबड़ी देवी को उम्मीदवार घोषित किया गया था. इसी प्रकार पुराने सहयोगी चंद्रिका राय को परसा, प्रभुनाथ सिंह के बेटे रंधीर सिंह को छपरा और उनके भाई केदार सिंह को बनियापुर से उतारा है.
तीनों जिलों में राजद को 14 सीटें
तीनों जिलों की विधानसभा की कुल 24 सीटों में महागंठबंधन ने 14 सीटें राजद को दी हैं. सीट बंटवारे में राजद छपरा में सात सीटें हासिल करने में सफल रहा है. इन सीटों पर उम्मीदवारी तय करने में सामाजिक न्याय की धारा को तरजीह दी गयी है. माय समीकरण की दबदबे वाली सीटों पर ऐसे ही धारा से सरोकार रखने वाले उम्मीदवार उतारे गये हैं. लालू के रणनीतिकारों ने ऐसी बिसात बिछायी है, जिससे छपरा में यादव मतदाता महागंठबंधन के साथ मजबूती के साथ खड़े दिखें.
सबको साथ लेकर चलने की रणनीति
लालू ने प्रभुनाथ सिंह के करीबियों को भी टिकट देकर सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है. सीवान में पूर्व सांसद शहाबुददीन के हितों का ख्याल रखा गया है. उनके करीबी रहे परमात्मा राम को दरौली विधानसभा से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं , गोपालगंज की छह सीटों में राजद को दो सीटें मिली हैं. दोनों सीटों पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतारे गये हैं.
गोपालगंज लालू-राबड़ी का गृह क्षेत्र है. यहां 2010 के विधानसभा चुनाव में राजद को एक भी सीटें नहीं मिली थी. सभी छह सीटों में तीन बरौली, गोपालगंज और भोरे (सु) पर भाजपा और बाकी के तीन बैकुंठपुर, कुचायकोट और हथुआ पर जदयू के उम्मीदवार चुनाव जीते थे. राजद इन सभी सीटों पर दूसरे स्थान पर रहा था. इस बार लालू प्रसाद ने राजद कोटे के दोनों सीटों पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतार कर अल्पसंख्यक मतदाताओं का भी ख्याल रखने की कोशिश की है.
बांका में छह पर सीसीए
बांका जिला में प्रथम चरण में मतदान होना है. चुनाव की तैयारियों को लेकर शासन-प्रशासन का पूरा अमला जुटा हुआ है. प्रभात खबर ने डीएम डॉ निलेश देवरे से पूछे उनके क्षेत्र को लेकर पांच सवाल.
– जिला में कितने मतदाता, कितने महिला, पुरूष, कितने विधानसभा क्षेत्र, कितने मतदान केंद्र. कितने सुरक्षा बल?
– बांका जिला में पांच विधानसभा क्षेत्र अमरपुर, धोरैया, बांका, बेलहर व कटोरिया हैं. जिले में 65824489 मतदाता है. पुरुष मतदाता 35646870 व महिला मतदाता 31177619 हैं. जिला में कुल 1321 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. अब तक जिले में चुनाव कराने के लिए 60 कंपनी सुरक्षा बल पहुंची है.
– पूरे जिले में कितने मतदान केंद्र आदर्श और कितने संवेदनशील है. मतदाताओं को क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी?
– जिले में 808 मतदान केंद्र आदर्श केंद्र होंगे. जहां मतदाताओं को कोई परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ख्याल होगा. जिले में 513 संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्न्ति किये गये हैं. मतदान के दिन वोटरों के लिए मतदान केंद्रों पर मेडिकल किट, एंबुलेस इत्यादि की भी व्यवस्था की जा रही है.
– चुनाव में गड़बड़ी पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ क्या कार्रवाई अब तक हुई है?
– अब तक 3540 लोगों के लिए खिलाफ धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गयी है. 2623 लोगों से बांड भरवाया गया है. अब तक 37 लाइसेंसी हथियार जमा करवा लिये गये हैं.अर्ध सैनिक बलों का फ्लैग मार्च हो रहा है ताकि लोगों में कानून-व्यवस्था के प्रति विश्वास कायम रहे.
– इलाके के बड़े अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है?
– छह कुख्यात पर सीसीए लगाया है. जिसमें बौंसी थाना क्षेत्र में इंद्रदेव मिर्धा, अमर पासवान उर्फ अमर हाजरा, बाराहाट थाना क्षेत्र में मगनी लाल यादव एवं संजय चौधरी, जयपुर ओपी क्षेत्र में मुमताज अंसारी उर्फ मस्तान मियां, चांदन थाना क्षेत्र में भजन मिट्टी उर्फ शय़ाम भजन मिट्टी मिस्त्री शामिल हैं. जिला बदर करने की भी कार्रवाई की जा रही है.
– चुनाव में गड़बड़ियों, सुरक्षा बलों की ज्यादतियों को लेकर अगर कोई शिकायत है, तो कहां और कैसे की जा सकती है?
– चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ियों की शिकायत के लिए सेंट्रली टॉल फ्री नंबर है-एक. अगर सुरक्षा बल या किसी अन्य पदाधिकारी की ज्यादतियों की शिकायत करनी है, तो उसके लिए जिला प्रशासन का टेलीफोन नंबर 9199040677 है.
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