बेऊर जेल में घायल बंदी की मौत

आरोप. जेल में ही हो गयी थी मौत, औपचारिकता के लिए लाया गया था अस्पताल पटना : बेउर जेल के बंदी 45 वर्षीय श्यामलाल चौधरी (मालसलामी, पीरदमड़िया) की संदिग्ग्ध परिस्स्थिति में पीएमसीएच में मौत हो गयी. बंदी के शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. उसकी थुड्डी फुटी हुई थी और हाथ-पांव में भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2015 9:55 AM
आरोप. जेल में ही हो गयी थी मौत, औपचारिकता के लिए लाया गया था अस्पताल
पटना : बेउर जेल के बंदी 45 वर्षीय श्यामलाल चौधरी (मालसलामी, पीरदमड़िया) की संदिग्ग्ध परिस्स्थिति में पीएमसीएच में मौत हो गयी. बंदी के शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. उसकी थुड्डी फुटी हुई थी और हाथ-पांव में भी चोट थे. मौत की सूचना मिलने पर परिजन भी पीएमसीएच पहुंचे और शरीर पर चोट का निशान देख कर हंगामा करने लगे.
इसके बाद मजिस्ट्रेट की देखरेख में परिजनों के आरोप को सुना गया और फिर पोस्टमार्टम कराने के बाद इनके हवाले कर दिया गया. परिजनों के अनुसार साजिश के तहत जेल के अंदर मारपीट हुई है, जिसके कारण शरीर पर चोट के निशान है. जबकि जेल प्रशासन के अनुसार जब वह 28 सितंबर को जेल में आया था, तो उसकी तबीयत खराब थी और कांप रहा था और उसे पहले बेउर अस्पताल में भरती कराया गया और फिर उसे पीएमसीएच भेजा गया. जहां उसकी मौत हो गयी.
27 सितंबर की शाम को पकड़ा था पुलिस ने
मालसलामी पुलिस ने 27 सितंबर की शाम पीरदमड़िया के रहनेवाले
श्याम लाल चौधरी को अवैध शराब बेचने के आरोप में पकड़ा था और अगले दिन 28 सितंबर को जेल भेज दिया था. इसके बाद बुधवार को पीएमसीएच में मौत हो गयी. मौत की खबर परिजनों को नहीं दी गयी.
परिजनों का आरोप
मृतक के साला संंजय कुमार (मुसल्लहपुर) व अन्य परिजनों का आरोप है कि बेऊर जेल के अंदर उसके साथ मारपीट की गयी, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. मौत होने के बाद उसे केवल औपचारिकता के लिए पीएमसीएच लाया गया. उन्होंने कहा कि 27 की शाम पुलिस उन्हें पकड़ कर ले गयी थी और 28 सितंबर को जेल भेज दिया गया था. उस समय उसकी स्थिति ठीक थी. लेकिन, अभी शरीर पर कई जगह चोट के निशान है जिससे यह स्पष्ट है कि उसके साथ जेल के अंदर मारपीट की गयी. उनकी मौत की खबर तक पुलिसवालों ने नहीं की और जब चैनल पर फ्लैश हुआ, तो जानकारी मिली. इसके बाद पीएमसीएच पहुंचे.
जेल प्रशासन की दलील
जेल अधीक्षक शिवेंद्र प्रियदर्शी का कहना है कि उसे 28 सितंबर को एक्साइट एक्ट में जेल में लाया गया था और उस समय ही वह कांप रहा था. उसे बेऊर अस्पताल में भरती कराया. लेकिन, जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो बुधवार की सुबह उसे पीएमसीएच भेजा गया. उन्होंने बताया कि इस संबंध में जेल के चीफ मेडिकल ऑफिसर से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति लगातार शराब पीता है और उसे 36 घंटे शराब नहीं मिले, तो उसे परेशानी होती है. इस दौरान कनवर्सन भी आता है और हार्ट अटैक होने के कारण मौत भी हो सकती है.

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