आरक्षण पर वाद-विवाद बंद हो : शरद यादव

नयी दिल्ली : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा संबंधी बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कड़ी आपत्ति जतायी है. अपने आवास पर उन्होंने कहा कि आरक्षण संबंधी मसला बहुत पहले ही सुलझ चुका है, इसलिए भागवत को ऐसे मसले उठाने की जरूरत नहीं है. मंडल कमीशन ने सभी बातों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2015 2:10 AM
नयी दिल्ली : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा संबंधी बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कड़ी आपत्ति जतायी है. अपने आवास पर उन्होंने कहा कि आरक्षण संबंधी मसला बहुत पहले ही सुलझ चुका है, इसलिए भागवत को ऐसे मसले उठाने की जरूरत नहीं है. मंडल कमीशन ने सभी बातों को ध्यान में रखकर ही आरक्षण का फैसला किया है.
आरक्षण देने का फैसला जाति और शैक्षणिक स्थिति के आधार पर समाज में जो सबसे निचले पायदान पर खड़े लोग थे, उन्हें ऊपर उठाने के लिए लिया गया था. शरद ने भाजपा और आरएसएस की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह के मसले पर चुनाव से ठीक पहले वाद-विवाद कर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश करना अच्छी बात नहीं है. भाजपा को आरक्षण पर डिबेट बंद करना चाहिए. आरक्षण उसी को मिलना चाहिए जो सामाजिक, शैक्षणकि रूप से पिछडा है. अन्य कई जातियां भी आरक्षण की मांग कर रही है, इसीलिए भाजपा को आरक्षण पर वाद-विवाद बंद करना चाहिए.
शरद ने कहा कि भाजपा ने लोगों से जो वादा किया है, उसे ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के विवादों को जन्म देती है. यदि आरक्षण पर किसी तरह के चरचा करनी है, तो सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाये. शरद ने कहा कि सभी को पता है कि आरक्षण को खत्म करना किसी के भी वश की बात नहीं है, फिर भी तरह-तरह के विवादित बयान चुनाव से पूर्व दिये जा रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version