मांझी को लेकर अभी कोई शिकायत नहीं, आयेगी तो देखेंगे : आयोग
पटना/जहानाबाद : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नोमिनेशन में की गयी घोषणाओं में उम्र और संपत्ति में अंतर पर निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट िकया है िक उनके िखलाफ आयोग को कोई शिकायत नहीं िमली है. उप मुख्य िनर्वाचन अिधकारी आर लक्ष्मणन ने कहा कि इस मामले में किसी को शिकायत है तो वह कोर्ट […]
पटना/जहानाबाद : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नोमिनेशन में की गयी घोषणाओं में उम्र और संपत्ति में अंतर पर निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट िकया है िक उनके िखलाफ आयोग को कोई शिकायत नहीं िमली है. उप मुख्य िनर्वाचन अिधकारी आर लक्ष्मणन ने कहा कि इस मामले में किसी को शिकायत है तो वह कोर्ट में मामला दायर करे़
इसके बाद आयोग िवचार करेगा. मांझी मखदुमपुर और इमामगंज विस क्षेत्र से परचे भरने के दौरान दाखिल किये गये अलग-अलग शपथ पत्रों को लेकर सवालों के घेरे में हैं. मखदुमपुर के निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष तीन सेटों में जमा कराये गये शपथ पत्र में उनकी संपत्ति 38 लाख 21876 रुपये बतायी गयी है. इमामगंज में जमा कराये गये शपथ पत्र में उनकी संपत्ति 34 लाख रुपये से अधिक बतायी गयी है.
इधर जहानाबाद के डीएम ने शपथ पत्रों में दी गयी जानकारियों के बाबत कहा कि मांझी ने 21 सितंबर को तीन सेटों में नामांकन दाखिल किये थे. 22 सितंबर को भी एक सेट में उन्होंने परचा भरा था. इस मामले में निर्वाची पदाधिकारी के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती, उनका नामांकन रद्द नहीं होगा. शपथ पत्र में अलग-अलग दावे को कोर्ट का मामला बता कर उन्होंने विवाद से किनारा कर लिया.
मांझी की ओर से एक ही शपथ पत्र के दो अलग-अलग कॉलम में साल 1966 और 1967 में मगध विश्वविद्यालय के गया कॉलेज, गया से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने का दावा किया गया है. इधर मखदुमपुर के निर्वाची पदाधिकारी रामईश्वर ने बताया कि अलग-अलग शपथ पत्रों के बारे में जानकारी मिली है. इस संबंध में न्यायालय ही कार्रवाई कर सकती है. तथ्यों की सत्यता परखना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है.
इमामगंज में दाखिल शपथ पत्र
मांझी द्वारा इमामगंज में नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान शपथ पत्र में उल्लेख किया गया है कि उनके पास ढाई लाख रुपये नकद हैं , जबकि उनकी पत्नी के पास 9 लाख 37 हजार की चल/ अचल संपत्ति है. मांझी के विभिन्न बैंक खातों में 31.96 लाख रुपये जमा हैं. उनके पास दो गाड़ियां हैं. उनके पैतृक गांव महकार में तीन हजार स्कावयर फुट में मकान बना है.