नेता जी पसंद नहीं आये तो डालेंगे नोटा पर वोट

पटना: जनता के विरोध का सामना किसी न किसी पार्टी या उम्मीदवार को करना ही पड़ता है. अब अगर वोटर को कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं आयेगा, तो वे नोटा का बटन दबा सकते हैं. इस कड़ी में कुछ लोग ग्रुप बना कर वोटर को जगाने के लिए नोटा का प्रचार कर रहे हैं, वहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2015 7:14 AM
पटना: जनता के विरोध का सामना किसी न किसी पार्टी या उम्मीदवार को करना ही पड़ता है. अब अगर वोटर को कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं आयेगा, तो वे नोटा का बटन दबा सकते हैं. इस कड़ी में कुछ लोग ग्रुप बना कर वोटर को जगाने के लिए नोटा का प्रचार कर रहे हैं, वहीं कुछ नोटा का ही बटन दबाने की बात कर रहे हैं. सोशल साइट्स के अलावा लोकल लेवल पर भी नोटा संबंधित कैंपेन चल रहा है. फेसबुक पर अपना ग्रुप बना चुके फरीद आलम ने बताया कि जनता की बात कोई नहीं करता है.

ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने नोटा का ऑप्शन दिया है. मतदान हमारा अधिकार है. मतदान करने तो निकलेंगे, लेकिन कोई नेता नहीं चाहिए, बस नोटा का बटन दबाना है.

जनता के संघर्ष नहीं आते मुददों में : बिहार के कई ऐसे जिले हैं जहां की कई ऐसे मुद्दें है जो सीधे वहां के जनता को जुड़े हैं. नोटा बटन का कैंपेन कर रहे पार्थ सरकार ने बताया कि रोहतास, कैमूर, भोजपुर जिले में कई गांवों की महिलाएं नोटा के माध्यम से अपना विराेध करने की सोच रही हैं. नोटा कैंपेन के सदस्य सतीश कहते हैं कि सरकार तो बदलती है, लेकिन मुद्दे नहीं बदलते, इसलिए नोटा का कैंपेन चला रहे है.

Next Article

Exit mobile version