लालू के बेटों का उम्र विवाद, भाजपा पहुंची चुनाव आयोग
पटना : भाजपा ने निर्वाचन आयोग से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्रों के हलफनामें में दर्शायी गयी उनकी उम्र में विसंगति की जांच का आग्रह किया है. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने वैशाली जिला के महुआ विधानसभा क्षेत्र से कल भरे गये नामांकन पत्र […]
पटना : भाजपा ने निर्वाचन आयोग से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्रों के हलफनामें में दर्शायी गयी उनकी उम्र में विसंगति की जांच का आग्रह किया है. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने वैशाली जिला के महुआ विधानसभा क्षेत्र से कल भरे गये नामांकन पत्र में अपनी आयु 25 वर्ष दर्शायी है. जिसके बाद लालू के दोनों पुत्रों की आयु को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है. इससे पहले उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव ने गत तीन अक्तूबर को राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से भरे गए अपने नामांकन पत्र में अपनी उम्र 26 वर्ष दर्शायी थी.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने निर्वाचन आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने और इस मामले में उत्पन्न विसंगति की जांच कराने की मांग की. तेजस्वी जिन्होंने अपने हलफनामें में स्वयं को दिल्ली के आर के पुरम स्थित डीएवी स्कूल से 9वीं कक्षा उत्तीर्ण बताया है, के बारे में पाण्डेय ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि तेजस्वी ने आगे की भी शिक्षा पायी है और 10वीं के बोर्ड प्रमाण पत्र को हलफनामें में दर्शाए जाने पर उनकी असली उम्र के बारे में पता चल जाएगा.
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने इस मामले को लेकर लालू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वे अपने घर को ठीक नहीं रख सके तो फिर राज्य का क्या ख्याल रख पाएंगे. दूसरी तरफ भाजपा की सहयोगी पार्टी लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि राजद शासनकाल के दौरान जंगलराज इस तरह प्रभावी था कि वे अपनी इच्छा से अपनी आयु निबंधित कराया करते थे. भाजपा ने निर्वाचन आयोग से तेजस्वी के 25 साल से कम उम्र का प्रतीत होने की संभावना जताते कहा कि उनके बडे पुत्र की उम्र 25 साल है.
भाजपा के इसको लेकर किए जा रहे हो-हल्ले को लालू ने फिजुल का विवाद बताते हुए कहा कि उनके पुत्रों ने अपने-अपने हलफनामें में अपने चुनाव पहचान पत्र में दर्ज उम्र को ही दर्शाया है जो कि अंतिम होता है. तेजस्वी ने कहा कि प्रत्याशियों को हलफनामें में अपने चुनाव पहचान पत्र में दर्ज अपनी आयु को दर्शाना पड़ता है. चुनाव पहचान पत्र में त्रुटि हो सकती है. इसको क्यों तूल दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि पहली बार चुनावी मैदान में उतरे अपने दोनों पुत्रों द्वारा नामांकन पत्र जमा किए जाने के समय राजद प्रमुख लालू प्रसाद स्वयं उपस्थित थे. महुआ और राघोपुर विधानसभा क्षेत्रों के नामांकन पत्रों की जांच आगामी आठ अक्तूबर को की जाएगी.