पटना : जाने-माने सिने अभिनेता बिहारी बाबू के नाम से मशहूर भाजपा के सांसद व स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव प्रचार में कहीं नजर नहीं आ रहे है. हाल के दिनों में मख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात व उनकी तारीफ तथा अपने बेबाक बयानों से पार्टी को असहज स्थिति में डालने को लेकर सुर्खियों में रहे थे. चर्चा तो यहां तक थी कि पार्टी
उनको प्रचार से अलग रखेगी. हालांकि पार्टी के 40 स्टा र प्रचारकों में उनका नाम तो शामिल है पर वह गुमनाम हैं. न तो कहीं उनकी दमदार (खामोश) सुनाई पड़ रही है और नहीं उनका चेहरा.
गौर हो कि बीते दिनों बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी. इसमें से दर्जन भर ही चुनाव प्रचार में सक्रिय नजर आ रहे हैं. स्टार प्रचारकों में सबसे अधिक डिमांड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है. बिहारी नेताओं में सबसे अधिक मांग सुशील कुमार मोदी की है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रचार स्टारकों की सूची में शामिल अमित शाह चुनावी कमान संभालने के साथ- साथ चुनाव प्रचार में जुटे हैं. कभी पार्टी का चेहरा रहे लालकृष्ण आडवाणी व डॉ मुरली मनोहर जोशी सरीखे दिग्गज स्टार कैंपेनर की सूची में तो शामिल हैं लेकिन अब तक उनकी एक सभा नहीं हुई है.
बिहार में चुनाव का बिगुल बजा हैं और यह जानकारी मिल रही है कि बिहारी बाबू विदेशी दौरे पर है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सत्येंद्र नारायण कुशवाहा, हुकुमदेव नारायण यादव, जनक चमार, अश्विनी कुमार चौबे, रामलाल सरीखे नेताओं की एक-आध सभाएं ही हुई है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिस नेता की डिमांड होता है, उसे प्रचार में बुलाया जाता है. पार्टी के प्रवक्ता संजय मयूख का कहना है कि हमारे सभी स्टार प्रचारक समय-समय पर प्रचार में शामिल होंगे.
शत्रु के तीखे बोल
– नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में बेहतर काम कर रहे हैं. बिहार तरक्की कर रहा है. अपने सीएम का बड़ाई करना गलत नहीं है.
– राजग में कई नेता मुख्यमंत्री के लायक हैं लेकिन रामविलास पासवान सबसे बेहतर हैं.
– नीतीश कुमार व लालू हमारे मित्र हैं.