दु:शासन, सिंहासन और जनशासन के बीच लड़ाई : सीताराम येचुरी
पटना : भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि बिहार में लड़ाई दु:शासन, सिंहासन और जनशासन के बीच है. वाम ब्लॉक आम आदमी की दाल-रोटी की लड़ाई लड़ रही है, जबकि एनडीए और महागंठबंधन जातिवाद और साम्प्रदायवाद के नाम पर वोट मांग रहा है. एनडीए और महागंठबंधन को आम- आदमी की दाल-रोटी की […]
पटना : भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि बिहार में लड़ाई दु:शासन, सिंहासन और जनशासन के बीच है. वाम ब्लॉक आम आदमी की दाल-रोटी की लड़ाई लड़ रही है, जबकि एनडीए और महागंठबंधन जातिवाद और साम्प्रदायवाद के नाम पर वोट मांग रहा है. एनडीए और महागंठबंधन को आम- आदमी की दाल-रोटी की कोई फिक्र नहीं, वे तो इन दिनों मांस और गो-मांस की बे-फिजुल चर्चा कर रहे हैं.
राजनीति कोई गणित नहीं है, जिसे आसानी से सुलझा लिया जायेगा. सुलझाना है, तो दाल-रोटी की समस्या को सुलझायें. पार्टी मुख्यालय में उन्होंने भाजपा, जदयू और राजद पर जमकर हमला बोला. नीतीश कुमार और लालू प्रसाद 25 वर्ष तक बिहार की सत्ता में रहे, पर भूमि सुधार आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं करा पाये. चुनाव में उन्हें इसका जबाव देना होगा. भाजपा देश में आरक्षण को समाप्त करने की साजिश रच रही है. वह आरएसएस से गाइड हो रही है.
वाम ब्लॉक इसका देश स्तर पर विरोध करेगा. प्रधानमंत्री को जबाव देना होगा कि जो शिव सेना महाराष्ट्र में बिहार के युवाओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रही है, उसके साथ वह गंठबंधन करने से कोई परहेज नहीं कर रही है, क्यों ?
सच तो यह है कि बिहार के युवाओं पर ही दिल्ली टिकी है. उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में भाजपा-राजद और जदयू ने गंदे बयानों की बाढ़ ला दी है. ऐसा कर वह लोगों को दिगभ्रमित कर वोट लेना चाह रही है, हालांकि उसकी मंशा पूरी नहीं होगी. भाजपा तो कई इलाकों में तनाव बढ़ा कर लोगों के बीच भाईचारा समाप्त करने पर तुली है.
वह बिहार चुनाव के बाद सदन में एक बार फिर भूमि अधिग्रण बिल लाने का प्रयास करेगी. वाम दल सदन में इसका जमकर विरोध करेगी. संवाददाता सम्मेलन सें माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार और जिला सचिव मनोज चंद्रवंशी भी मौजूद थे.