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बाहरी स्टूडेंट को परीक्षा फॉर्म भरवाया, तो जायेगी स्कूल की मान्यता
पटना : अब स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी. सीबीएसइ ने अभी से स्कूलों पर सख्ती करना शुरू कर दिया है. 10वीं बोर्ड के परीक्षा फार्म की तिथि निकलने के साथ सीबीएसइ ने स्कूलों को आगाह करना शुरू कर दिया है. सीबीएसइ ने हर स्कूलों को नोटिस भेजा है. इसमें स्पष्ट कहा गया है कि नॉन […]
पटना : अब स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी. सीबीएसइ ने अभी से स्कूलों पर सख्ती करना शुरू कर दिया है. 10वीं बोर्ड के परीक्षा फार्म की तिथि निकलने के साथ सीबीएसइ ने स्कूलों को आगाह करना शुरू कर दिया है. सीबीएसइ ने हर स्कूलों को नोटिस भेजा है. इसमें स्पष्ट कहा गया है कि नॉन एफिलिएटेड स्कूल और ब्रांच स्कूल के स्टूडेंट का 10वीं का परीक्षा फाॅर्म एफिलिएटेड स्कूल वाले नहीं भरवायेंगे. जो स्कूल चोरी छिपे ऐसा करेगा और पकड़ में आने के बाद उस स्कूल की मान्यता खत्म कर दी जायेगी.
स्कूल की होगी रेंडमली जांच
बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि जो स्टूडेंट रेगूलर हैं, उन्हीं के परीक्षा फार्म भरे जायेंगे. फाॅर्म भरे जाने के बाद बोर्ड की ओर से रेंडमली जांच भी की जायेगी. इसके लिए टीम गठित हो गयी है. टीम निरीक्षण के दौरान स्कूल एफिलिएशन बायलॉज के साथ एटेंडेंस सीट की जांच भी करेगी. स्कूल में 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले स्टूडेंट की संख्या और उनका एटेंडेंस देखा जायेगा.
सीबीएसइ के नाम पर खेल
पटना में ऐसे कई स्कूल हैं, जो पिछले कई सालों से यह गाेरखधंधा सीबीएसइ के नाम पर करते हैं. कई स्कूलों के एफिलिएशन रद्द हो जाने के बाद भी सीबीएसइ के नाम पर परीक्षा फार्म भरवा लेते हैं. वहीं, कई नॉन एफिलिएटेड स्कूल एफिलिएटेड स्कूल को पैसा देकर परीक्षा फार्म स्टूडेंट का भरवा लेते हैं. ये स्टूडेट होते तो है किसी और स्कूल के और फार्म किसी और स्कूल से भरते हैं.
एवीएन इंगलिश स्कूल में 2015 में घटी थी घटना
एवीएन इंगलिश स्कूल में 2015 के 10वीं बोर्ड के रिजल्ट निकलने के बाद ऐसी ही घटना घटी थी. उन स्टूडेंट को रिजल्ट नहीं मिला था, जो बाहर के स्कूल से थे. सीबीएसइ ने 176 स्टूडेंट को रिजल्ट यह कह कर नहीं दिया कि इन स्टूडेंट का कोई रिकार्ड बोर्ड के पास उपलब्ध नहीं है. मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा था. लेकिन स्टूडेंट को निराशा ही हाथ लगी.
इन प्वाइंट पर होगी जांच
9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं में स्टूडेंट की संख्या कितनी है
9वीं और 10वीं में स्टूडेंट की संख्या में कोई अंतर तो नहीं है
हर स्टूडेंट का एटेंडेंस शीट देखा जायेगा
स्टूडेंट रेगूलर स्कूल आता है या नहीं, इसकी जांच होगी
इन्फ्रास्ट्रक्चर के अनुसार 9वीं व 12वीं तक स्टूडेंट की संख्या देखी जायेगी
इन मामलों की जांच बहुत ही सख्ती से होगा. एक तो बाहर के स्टूडेंट अगर परीक्षा फार्म भरेंगे, तो इनको पकड़ना भी बोर्ड के लिए आसान हो गया है. ऐसे में स्टूडेंट का रिजल्ट नहीं मिल पायेगा. वहीं जो स्कूल ऐसा काम करेंगे, उनकी मान्यता जायेगी.
डीटी सुदर्शन राव, संयुक्त सचिव, सीबीएसइ
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