Loading election data...

सूटकेस की नहीं सूझ-बूझ की सरकार है : रविशंकर प्रसाद

पटना : केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद अध्यक्ष ने वोट बैंक की राजनीति के लिए जानबूझकर यह विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सूट बूट वाली सरकार’ वाले बयान पर भी निशाना साधा. प्रसाद ने यहां संवाददाताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2015 10:30 PM
पटना : केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद अध्यक्ष ने वोट बैंक की राजनीति के लिए जानबूझकर यह विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सूट बूट वाली सरकार’ वाले बयान पर भी निशाना साधा.
प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लालू प्रसाद ने वास्तव में यह बयान दिया था कि हिंदू भी गौमांस खाते हैं और मीडिया समेत सभी को उपलब्ध वीडियो फुटेज भी इस बात की पुष्टि करते हैं. प्रसाद ने मीडियाकर्मियों के सामने एक ऑडियो टेप भी सुनाया जिसमें लालू को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनके मुंह में शैतान’ आकर बैठ गया था और उनसे यह बयान दिलवा दिया कि हिंदू भी गौमांस खाते हैं.
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा ने कहा कि लालू ने जानबूझकर और पूरे होश में शर्मनाक तरीके से वोटबैंक की राजनीति के लिए गौमांस वाला बयान दिया था. उन्होंने भाजपा और संघ पर आरक्षण के मुद्दे पर हमला करने के लिए संघ के पूर्व सर संघचालक एम एस गोलवलकर की पुस्तक ‘बंच ऑफ थॅाट्स’ को चुनिंदा तरीके से उद्धृत करने पर भी राजद सुप्रीमो को निशाना बनाया. प्रसाद ने कहा कि यह लालू की विकास के मुद्दों से ध्यान हटाने की हताशा झलकाता है.
प्रसाद ने कहा कि भाजपा नेतृत्व स्पष्ट कर चुका है कि वह मौजूदा आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा के पक्ष में नहीं है. लालू को जंगल राज का शिरोमणि कहते हुए केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि उन्होंने राजद के साथ गठबंधन क्यों बनाया जिसके लिए विकास कभी मुद्दा ही नहीं रहा. राहुल पर बरसते हुए कहा कि हमारी सरकार ना तो सूट बूट की सरकार है और ना ही सूटकेस की सरकार है. बल्कि यह सूझ बूझ की सरकार है. प्रसाद ने कहा कि भाजपा राहुल के बयान को तवज्जो नहीं देती क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव में उनका कोई महत्व नहीं है.

Next Article

Exit mobile version