पटना : बिहार विधानसभा के पहले चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर बिहार के मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार ने रविवारको सोशल मीडिया पर लोगों के सवालों का जवाब दिया. छह बजे से शुरू हुए इस सवाल-जवाब सेशन में हजारों लोगों ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा. अमूमन सभी सवाल कानून व्यवस्था,भ्रष्टाचार और स्वास्थ्य सेवा के साथ शिक्षा को लेकर पूछे गए थे.
मुख्यमंत्री ने अपने जवाब में लोगों को आश्वस्त किया कि सुशासन के साथ न्याय ही उनका एजेंडा है. साथ ही दादरी की घटना के प्रश्न पर उन्होंने जवाब दिया कि देश में इससे पहले ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी. मुझे पूरी आशा और विश्वास है कि कानून और इससे संबंधित लोग अपना काम करेंगे और पीड़ित को न्याय मिलेगा.नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर मेरा साफ मानना है कि इसे किसी भी कीमत पर खत्म करने के लिए हर संभव उपाय करेंगे. साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर जो मेरा नजरिया है वो लोगों को अच्छी तरह मालूम है. उन्होंने सड़कोंके पक्की करण के सवाल पर कहा कि हमने दस सालों में बहुत सारी सड़कें बना दी हैं और अब अगले चरण में और बेहतर करने का प्लान है. उन्होंने कहाकि देश का फेडरल स्ट्रक्चर ऐसा है कि राज्य और केंद्र के समन्वय से ही राज्य का विकास हो सकता है.
उन्होंने शिक्षा में गुणवतापूर्ण बदलाव को लेकर प्रयास करने की बात कही और भविष्य में हर जिले में पोलेटेक्निक कॉलेज के अलावा हर अनुमंडल में एक-एक आईआईटी खोलने की बात शेयर की. उन्होंने शिक्षा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उनका शिक्षा पर खास फोकस है. उन्होंने अपने सात एजेंडे में आर्थिक हल, युवाओं को बल के साथ अवसर बढ़े, अगर पढ़ें को शामिल करने की बात कही. नीतीश कुमार ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि वे जाति और धर्म पर अधारित राजनीति करने में विश्वास नहीं रखते हैं. उन्होंने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशीप योजना को असफल बताते हुए बिहार के विकास में स्वास्थ्य विभाग में हुए बदलाव की भी चर्चा की.