पटना : नीतीश कुमार की कैबिनेट में मंत्री रहे अवधेश प्रसाद कुशवाहा के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है क्योंकि पुलिस ने उन पर एक स्टिंग ऑपरेशन के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उन्हें कथित तौर पर रिश्वत लेते हुए दिखाया गया है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विकास वैभव ने आज कहा कि सचिवालय थाने में गत रात अवधेश प्रसाद कुशवाहा पर प्राथमिकी दर्ज की गईहै. एसएसपी ने कहा कि कार्यकारी मजिस्ट्रेट राजीव मोहन सहाय की रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
एसएसपी ने कहा कि सचिवालय के पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार चौधरी को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है. प्राथमिकी भादंसं की धारा 171 सी के तहत दर्ज की गई है जो चुनावों को नाहक प्रभावित करने से संबंधित है. इसके अलावा धारा 188 सरकारी सेवक द्वारा लागू किए गए आदेश की अवज्ञा और 420 ठगी को भी प्राथमिकी में जोडा गया है.
चुनाव आयोग के निर्देश के परिप्रेक्ष्य में कार्यकारी मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट आई है जिसमें जिलाधिकारी से कहा गया है कि घटना की जांच करें. नीतीश कुमार कैबिनेट में शहरी विकास, उत्पाद और निबंधन मंत्री रहे कुशवाहा ने स्टिंग का वीडियो सामने आने के बाद इस्तीफा दे दिया था. जद यू ने उन्हें पूर्वी चम्पारण जिले के पीपरा विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी से भी हटा दिया था. इस बीच कुशवाहा ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह पर अपने निकट सहयोगी श्याम बाबू प्रसाद को इस सीट से जीत दिलाने के लिए उनके खिलाफ साजिश रचने के आरोप भी लगाया गया है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले की सच्चाई सामने लाने के साथ ही षड्यंत्रकारियों का भी भंडाफोड करेंगे.
अपने मंत्रिमंडल के एक मंत्री के स्टिंग वीडियो में रिश्वत लेने को लेकर प्रधानमंत्री के हमले के जवाब में नीतीश ने कहा हमने देखा है कि व्यापम और ललित गेट में क्या हुआ. मोदीजी की कथनी और करनी एक तरह की होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है. राज्य में बिजली की उपलब्धता पर आलोचनाओं पर उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली सप्लाई 4 गुणा बढ़ी है और 700 मेगावाट के बदले अब 3012 मेगावाट बिजली उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि लाखों छात्राओं को मुफ्त साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरित की गईं, जो बालिका सशक्तिकरण का हिस्सा है. राज्य में सड़कों का जाल बिछाया गया.