महागंठबंधन : बूथ मैनेजमेंट पर खास जोर

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान प्रतिशत में हुई बढ़ोतरी से उत्साहित महागंठबंधन ने दूसरे चरण के लिए रणनीति तैयार की है. बुधवार को दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर थमने के बाद छह जिलों के 32 विधानसभा क्षेत्रों के लिए महागंठबंधन का जोर अब बूथ मैनेजमेंट पर है. पहले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 1:29 AM
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान प्रतिशत में हुई बढ़ोतरी से उत्साहित महागंठबंधन ने दूसरे चरण के लिए रणनीति तैयार की है. बुधवार को दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर थमने के बाद छह जिलों के 32 विधानसभा क्षेत्रों के लिए महागंठबंधन का जोर अब बूथ मैनेजमेंट पर है.
पहले चरण में जिन सीटों पर चुनाव हो गया, वहां के प्रत्याशियों व जिलाध्यक्षों को दूसरे चरण व बाकी के चरणों के लिए लगाया गया है. प्रचार थमने के बाद महागंठबंधन की पार्टियां जदयू, राजद और कांग्रेस ने संबंधित जिलों (कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद व गया) के जिला अध्यक्षों, प्रकोष्ठ अध्यक्षों व प्रखंड अध्यक्षों को बूथ मैनेजमेंट बेहतर ढंग से अमल में लाने का निर्देश दिया गया है. बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को इसमें लगाकर क्षेत्र के जो भी वोटर हैं उन्हें परची पहुंचाने, मतदाताओं को बूथ व उसके लोकेशन की जानकारी देने का निर्देश दिया है.
महागंठबंधन के बूथ लेबल तक के कार्यकर्ताओं यह भी निर्देश दिया गया है कि शुक्रवार को वोंिटग से पहले गुरुवार को विधानसभा क्षेत्र के सभी घरों में एक बार जरूर जायें और महागंठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने की अपील करें. इसके लिए विधानसभा क्षेत्र के गांव-मुहल्लों को अलग-अलग बांट कर कार्यकर्ताओं को हर घरों में जाने का निर्देश दिया गया है.
दूसरे चरण में जिन 32 सीटों पर वोट होना है, उनमें जद यू की सीटिंग सीटें 17 हैं. हालांकि पार्टी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसने अपनी जीती हुई चार सीटें सहयोगी दलों को दिया है. राजद 13 सीटों पर लड़ रहा है, लेकिन उसकी जीती हुई सीटें सिर्फ तीन हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इन छह जिलों में कोई सीट नहीं जीत पायी थी, जबकि वह छह सीटों पर लड़ रही है.

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