हड़ताल से 20 करोड़ का व्यापार बाधित

पटना : ऑनलाइन दवा खरीद को लेकर अखिल भारतीय संस्था इंडिया आर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस की ओर से बुधवार को सभी दवा दुकानों को बंद रखने का आह्वान किया गया था, जिसका असर पूरे प्रदेश में देखा गया. दवा दुकानदारों की हड़ताल से 20 करोड़ का व्यापार बाधित हुआ है. हड़ताल से सरकारी व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 6:54 AM
पटना : ऑनलाइन दवा खरीद को लेकर अखिल भारतीय संस्था इंडिया आर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस की ओर से बुधवार को सभी दवा दुकानों को बंद रखने का आह्वान किया गया था, जिसका असर पूरे प्रदेश में देखा गया. दवा दुकानदारों की हड़ताल से 20 करोड़ का व्यापार बाधित हुआ है. हड़ताल से सरकारी व निजी अस्पतालों में बने दवा दुकानों को अलग रखा गया था. इसके अलावे मेडिकल कॉलेजों के सामने के रीटेलर दुकानों को भी हड़ताल में शामिल नहीं किया गया था. इस कारण से मरीजों को इलाज कराने में परेशानी नहीं हुई.
बिहार केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस एसोसिएशन, बिहार के अध्यक्ष परसन कुमार सिंह ने कहा है कि हड़ताल पूरी तरह से सफल रहा है. अब आगे की रणनीति केंद्र में तय होगी और उसके बाद जैसा निर्देश आयेगा, बिहार के दवा व्यापारी वैसा काम करेंगे. एक दिन के हड़ताल में आम पब्लिक का ध्यान रखा गया था और अस्पतालों को इस हड़ताल से अलग रखा गया था. बिहार केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस एसोसिएशन, पटना के अध्यक्ष अर्जुन कुमार यादव ने कहा कि गोविंद मित्रा रोड दवा का सबसे बड़ा बाजार है, जहां की सभी दुकानें बंद रहीं.
पटना सिटी. नालंदा मेडिकल काॅलेज अस्पताल रोड में दवा दुकानदारों ने हड़ताल से अलग रखते हुए दवा दुकानों को खोले रखा. दवा दुकानदार संघ के अध्यक्ष शशिकांत गुप्ता ने बताया कि मरीजों के हितों के लिए दवा दुकानों को खोला गया था. हालांकि , कुछ दुकानदारों ने अपनी प्रतिष्ठानों को बंद रखा. वैसे पटना सिटी में अधिकतर दवा दुकानें बंद थीं.

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