यहां सबको चाहिए बस एक मौका

वोट की माया. दानापुर िवस क्षेत्र से 13 उम्मीदवार मैदान में लगा रहे दमखम दानापुर :दानापुर से भाजपा प्रत्याशी आशा देवी सुबह चार बजे उठती हैं. योग करने के अलावा टहलती भी हैं. दस बजे तक तैयार होकर आमलोगों के बीच पहुंच जाती हैं. अौर फिर देर रात तक लोगों से मिलना, उनकी बातें सुनना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 7:00 AM
वोट की माया. दानापुर िवस क्षेत्र से 13 उम्मीदवार मैदान में लगा रहे दमखम
दानापुर :दानापुर से भाजपा प्रत्याशी आशा देवी सुबह चार बजे उठती हैं. योग करने के अलावा टहलती भी हैं. दस बजे तक तैयार होकर आमलोगों के बीच पहुंच जाती हैं. अौर फिर देर रात तक लोगों से मिलना, उनकी बातें सुनना इनका रूटीन बन चुका है. घर वापस आते-जाते रात 11.30 बज जाता है.
पति की पूजा करना नही भूलती : चार घंटे की नींद, फिर दूसरे दिन सुबह से फिर नयी प्लानिंग पर चल पड़ना. 13 घंटे की हर दिन के मेहनत में दानापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक आशा देवी पति स्व सत्य नारायण सिन्हा उर्फ पंडित जी की पूजा करना नही भूलती हैं. पति के साथ देवी मां का आशीर्वाद लेकर ही घर से निकलती हैं, इसी कारण 13 घंटे की कड़ी मेहनत भी उनके लिए काफी आसान हो जाती है.
डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार : आशा देवी कहती हैं कि पिछले एक माह से कार्यक्रम चल रहा है. 300 बूथ पर 200 मीटिंग की गयी है. डोर-टू-डोर पब्लिक से मिलकर आशीर्वाद मांग रही हूं. दशहरा के दौरान बूथ मैनेजमेंट का काम किया जायेगा. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में निकलने से एक दिन पूर्व कार्यकर्ताओं को सूचना दे दिया जाता है कि इस क्षेत्र में पदयात्रा निकाल कर लोगों से मिलेंगे.
प्राथमिकता: आशा देवी ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद नगर में समुचित विकास करना और शांति वातावरण कायम करना उनकी पहली प्राथमिकता है. इसकेलिए लगातार प्रयास करती रही हूं. गौरतलब है कि पति सत्य नारायण सिन्हा उर्फ पंडित जी की हत्या के बाद जिला परिषद सदस्य आशा देवी को भाजपा ने 2005 में टिकट दिया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी. तीन टर्म विधायक रहने के बाद आशा देवी चौथीबार फिर दावेदारी पेश कर रही हैं.
दानापुर : कल तक नगर पर्षद के उपाध्यक्ष पद रहकर जनता की सेवा करने वाले दानापुर से राजद उम्मीदवार राज किशोर यादव आज राजनीति में दम-खम से उतर कर लोगों से एक मौका देने को कह रहे हैं.
राज किशोर की मॉनिंग वॉक की रूटीन ही बदल गयी है. साढ़े चार बजे सुबह उठकर घर पर ही व्यायाम करते हैं. 6.30 बजे तक मां देवी समेत भगवान का आशीर्वाद लेना नही भूलते. नश्ता करने के बाद दस मिनट तक अखबार पढ़ते हैं. सात बजे से अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्लानिंग के तहत क्षेत्र में पदयात्रा शुरू कर देते हैं. अपने क्षेत्र में प्रत्येक घर-घर जाकर लोगों से एक ही आरजू करते हैं कि एक बार मौका दीजिए, तो विकास करके दिखा देंगे.
दोपहर तक पदयात्रा करते हैं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाते हैं.फीडबैक लेते हैं, साथ ही अगले दिन किस क्षेत्र में पदयात्रा शुरू करनी है, इसको लेकर उस क्षेत्र के मुखिया समेत अन्य लोगों की सूचना दी जाती है, ताकि पदयात्रा के क्रम अधिक से अधिक लोगों से मुलाकात कर सकें.
अभी बहुत कुछ करना बाकी है : राज किशोर यादव कहते हैं उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा विधायक ने विधानसभा क्षेत्र में काम किया है, पर बहुत कुछ करना अभी बाकी है. सडकें आज भी टूटी हैं, जल-निकासी, गंगा घाटों की सौंदर्यीकरण तक नहीं किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई के लिए बंद पड़े नलकूप को भी चालू नहीं कराया गया है. दियारे में बिजली, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य व शिक्षा, रिंग बांध, पक्का पुल समेत अन्य मूलभूत सुविधा मुहैया कराने में भी नाकाफी रहे हैं विधायक.
पेयजल, सड़क-गली का पक्कीकरण है प्राथमिकता : राजद प्रत्याशी राज किशोर यादव ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से नगर पर्षद क्षेत्र के 40 वार्डों में विकास का काम किया हूं. उन्होंने बताया कि जनता एक बार मौका दे तो नगर में विकास के साथ शुद्ध पेयजल, सड़क-गली का पक्कीकरण, जल-निकासी के लिए नाला निर्माण, ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त करना, स्वास्थ्य, शिक्षा के लिए डीपीआर तैयार करना आदि हमारी प्राथमिकता में है.

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