हत्या के दो घंटे बाद मांगी थी 12 लाख की फिरौती
हत्या के दो घंटे बाद मांगी थी 12 लाख की फिरौतीफ्लैगअनुसंधान. सुल्तानगंज के नगीना मार्केट में मिले छात्र के शव का मामला – गिरफ्तार राजेश की निशानदेही पर राकेश व धीरज को भी पुलिस ने पकड़ा – सरगना रोहित व संदीप की गिरफ्तारी को लेकर चल रही है छापेमारीसंवाददाता, पटना नवादा के काशीचक निवासी व […]
हत्या के दो घंटे बाद मांगी थी 12 लाख की फिरौतीफ्लैगअनुसंधान. सुल्तानगंज के नगीना मार्केट में मिले छात्र के शव का मामला – गिरफ्तार राजेश की निशानदेही पर राकेश व धीरज को भी पुलिस ने पकड़ा – सरगना रोहित व संदीप की गिरफ्तारी को लेकर चल रही है छापेमारीसंवाददाता, पटना नवादा के काशीचक निवासी व इंटर के छात्र मनीष उर्फ छोटू की हत्या करने के दो घंटे बाद ही अपराधियों ने उसके व्यवसायी पिता विनोद कुमार से 12 लाख की फिरौती मांगी थी. यह खुलासा उस समय हुआ, जब पुलिस ने राजेश उर्फ दिलखुश (काशीचक नवादा) की निशानदेही पर धीरज कुमार (मटोखर, शेखपुरा) व राकेश कुमार (मटोखर, शेखपुरा) को पकड़ लिया. इन लोगों के पास से मनीष का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया. ये अपराधी उसी मोबाइल फोन का इस्तेमाल फिरौती की रकम के लिए कर रहे थे. हालांकि गिरोह का सरगना रोहित व संदीप फिलहाल फरार हैं. ये दोनों शेखपुरा के रहनेवाले हैं. रोहित ने राजेश के कहने पर पूरी साजिश रची थी. एसएसपी विकास वैभव ने बताया कि बाकी दो अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस मामले को स्पीडी ट्रायल के तहत रख कर जल्द से जल्द सजा दिलवायी जायेगी. उन्होंने बताया कि डीएनए टेस्ट भी कराया जायेगा. सिर पर हमले से ही हो गयी थी मौतपूछताछ में राजेश ने बताया कि बहादुरपुर लॉज में रहनेवाले मनीष उर्फ छोटू को लॉज से बुलाया और नगीना मार्केट में ले गया. वह मनीष को वहां छोड़ कर चला गया था. कमरे में पहले से ही राकेश, धीरज, संदीप मौजूद थे. वहां शराब का दौर चला. हालांकि छोटू ने शराब पीने से इनकार कर दिया था. हालांकि छोटू को अंदर से कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई और वहां से वह निकलना चाहा, लेकिन उन लोगों ने जाने नहीं दिया. इस बात को लेकर जब विवाद हुआ, तो उन लोगों ने छोटू के सिर पर तेज धारदार हथियार से प्रहार किया. इससे उसकी मौत हो गयी. यह सारा वाक्या शाम को हुआ और फिर उसके दो घंटे के बाद ही फिरौती की रकम अपराधियों ने मांगी. घटना को अंजाम देने के बाद राकेश, धीरज व संदीप ने मिल कर शव का टुकड़ा किया और उसे पॉलीथीन में रख कर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं ले जा पाये. तब शव को वहां छोड़ कर सब फरार हो गये. काशीचक हत्याकांड में भी हो सकता हाथ जिस तरह से मनीष हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. इससे पटना पुलिस को आशंका है कि बीते दिनों नवादा में एक बच्चे की हत्या और फिरौती की रकम वसूलने के मामले में भी ये सब शामिल हो सकते हैं. इस संबंध में नवादा पुलिस से भी पटना पुलिस ने संपर्क किया है.ऐयाशी की आदत ने बनाया हत्यारा पकड़े गये अपराधियों से पुलिस को जानकारी मिली है कि शराब व शबाब की आदत ने इन लोगों को खूंखार हत्यारा बना दिया, जो पैसों की खातिर कुछ भी कर सकते थे. मृतक छात्र के पिता विनाेद प्रसाद की काशीचक में दो दुकानें हैं और आमदनी भी ठीक-ठाक है, इसे देखकर ही दिलखुश ने गिरोह के सरगना राेहित को छात्र के विषय में जानकारी दी थी. राजेश पहला दिन भी पकड़ाया, पर छूट गयाछात्र मनीष के 12 अक्तूबर को गायब होने के बाद और फिरौती की रकम की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को उसके बड़े भाई ज्योतिष ने सूचना दी थी और राजेश उर्फ दिलखुश पर बुला कर ले जाने का आरोप लगाया था. पुलिस ने उसे पकड़ा भी था, लेकिन फिर उसे छोड़ दिया था. इसके बाद 14 अक्तूबर को शव की बरामदगी होने के बाद बहादुरपुर से गायब छात्र से तार जुड़ने लगे तो पुलिस ने फिर से राजेश उर्फ दिलखुश को पकड़ा. इस तरह मामले का खुलासा कर दिया गया. हत्या तो उसी दिन हो चुकी थी, लेकिन अगर पुलिस ने उसी समय राजेश से कड़ाई से पूछताछ की होती, तो संभवत: पुलिस उसी दिन शव बरामद करने में सफल हो जाती.शव देख मां-पिता हुए बेहाेश पुलिस ने मनीष के शव को शुक्रवार की दोपहर में आवश्यक प्रक्रिया कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया. उसका बड़ा भाई ज्योतिष व अन्य परिजन शव को लेकर नवादा के काशीचक गांव पहुंचे. वहां शव देख कर मां-पिता बेहोश हो कर गिर पड़े. पूरा गांव जुट गया था.