खुल गया मां दुर्गा का पट- भव्य तैयारियों के साथ हुई मां की पूजालाइफ रिपाेर्टर पटना इंतजार की घड़ी खत्म हुई और सोमवार काे शहर में कई जगहों पर मां दुर्गा का पट खुल गया. सप्तमी के दिन मां की प्रतिमा की पूरे विधि- विधान के साथ पूजा की गयी और पटों को खाेला गया. सुबह से ही हर जगह मानों लाेगों की भीड़ उमड़ गयी हो. हर्षोल्लास के साथ भक्तों का तांता लगा रहा. हर जगह मां के भक्ति गीतों से शहर गुलजार रहा. सुबह से ही भक्त मां की पूजा करने के लिए लंबी लाइन में लगे दिखे. मां की पूजा-अर्चना में पूरा शहर लीन हो गया. सच्ची भावना और निष्ठा के साथ सबने मां से गुहार लगायी. वहीं शाम का नजारा देखते बन रहा था. हर तरफ लाइट ही लाइट, मानो रोशनी से जगमगाता शहर हो. छोटे-छोटे बच्चों के लिए हर एरिया में झूले और खिलौनों के स्टॉल नजर आये. विभिन्न जगहों पर दिखने को मिले मां के विभिन्न रूप 1. नौ रूपों की झलक देखने को मिलीबोरिंग रोड स्थित भारत माता पूजा समिति नवयुवक संघ पहलवान मार्केट में मां का पट दोपहर 1.30 बजे खोला गया. काफी धूमधाम से मां की अराधना की गयी. कुल आठ लोगों द्वारा मां की पूजा करने के बाद पट खाेला गया. मां का पाठ करने के बाद भव्य आरती की गयी. पंडाल के अंदर मां दुर्गा के नौ रूपों को दिखाया गया है. नौ देवियों की मूर्ति एक ही वस्त्र में देखने को मिलेगी. 2. अलसी सोने के हार से किया मां का शृंगारपुनाईचक स्थित सब्जी मंडी के समीप गांधी मूर्ति के पास मां का पट संध्या पांच बजे खोला गया. पूजा-अर्चना के साथ पांच पंडितों द्वारा पट खोला गया. समिति द्वारा 1909 से मां की प्रतिमा रखी जाती है. समिति की चौथी पीढ़ी द्वारा पूजा की गयी. संस्कृत में पाठ करने के बाद उसका उच्चारण हिंदी में किया गया. पंडाल में मां दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध करते हुए बड़ी-सी प्रतिमा है, वहीं मां दुर्गा के दायीं ओर मां लक्ष्मी एवं गणेश जी की मूर्ति है, बायीं अोर मां सरस्वती एवं कर्तिकेय जी की मूर्ति बनायी गयी है. यहां दुर्गा की मां (नव पत्रिका) की भी प्रतिमा बनायी गयी है. सबसे बड़ी बात यह है कि मां का प्रत्येक गहना असली सोने का है. गले की माला, मांग टीका, नथिया, कमरधनी, अंगूठी सब कुछ सोने का है.3. भूखे-प्यासे मां की अाराधना कर रहेनौलख्खा दुर्गा मंदिर, माता नंद कुंवर देवी स्थान न्यू सचिवालय में मां का पट सुबह 11 बजे खुला. इस स्थान पर लोगों को मां दुर्गा का कालरात्रि रूप देखने को मिलेगा. भव्य तैयारियों के साथ मां की प्रतिमा बनायी गयी है. मां को मंदिर में स्थापित किया गया है. मां की सजावट सोने के हार, मांग टीका, नथिया पहना कर की गयी है. अष्टमी के सुबह से सिंदूर दान प्रक्रिया शुरू की जायेगी, जिसमें महिलाएं मां को वस्त्र अौर आभूषण भेट करेंगी. इस स्थान की खासियत यह है कि प्रत्येक वर्ष यहां बाबा अपने शरीर पर कलश रखते हैं. करीब 22 सालों से नागेश्वर बाबा 11 कलश रखकर फास्ट करते हैं. नौ दिन भूखे-प्यासे मां की अाराधना करते हैं. 4. देवताओं द्वारा असुरों का होगा विनाशश्री श्री दुर्गापूजा महोत्सव खाजपुरा शिव मंदिर में साेमवार को सुबह 11 बजे मां का पट खुल गया. गया के पंडित जगन्नाथ पांडे ने पूजा की. काफी खूबसूरती से मां की पूजा-अर्चना की गयी. लोगों की भीड़ मानो थमने का नाम नहीं ले रही थी. पंडाल के अंदर मां दुर्गा महिषासुर का वध कर रही हैं. मां के दाहिनी ओर लक्ष्मी और गणेश जी हैं. गणेश जी रथ पर सवार दिखेंगे, अौर तो उनका सवारी चूहा रथ को खींच रहा है. वहीं दूसरी ओर कार्तिकेय जी एवं मां सरस्वती दिखेंगी. गणेश एवं कार्तिकेय द्वारा भी राक्षसों का वध करते दिखाया गया है. डायनासोर की भी झलक देखने को मिलेगी. 5. हिमालय पर्वत पर अाराधना करेंगे भगवान शंकर महावीर स्थान राजा बाजार दुर्गा पूजा समिति के पंडाल में मां का पट दोपहर 2.26 बजे खोला गया. महावीर मंदिर के पुजारी भुवनेश्वर मिश्रा के द्वारा विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गयी. पंडाल का दृश्य हिमालय पर्वत का बनाया गया है, जिस पर शेषनाग और जीव- जंतुओं को दिखाया गया है. वही भगवान शंकर का भव्य दृश्य दिखाया गया है. पंडाल के अंदर मां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश, कार्तिकेय हैं. वहीं असुरों में मधुकेटमभ, महिषासुर, शुंभ-निशुंभ की प्रतिमा बनायी गयी है. 6. पंडाल के ऊपर नटराज की मूर्तिशेखपुरा दुर्गा अाश्रम पूजा समिति की ओर से मां की प्रतिमा और पंडाल बनाया जा रहा है. काफी सुंदर दृश्य देखने को मिला. शेखपुरा में आज सुबह 9 बजे पूरे विधि-विधान से पूजा करने के बाद मां का पट खोल दिया जायेगा. बनारस से आये दो पंडितों द्वारा पूजा की जायेगी. यहां मां के अलावा और भी दूसरे देवी-देवताओं की प्रतिमा बनायी गयी है. खासकर पंडाल के ऊपर नटराज की मूर्ति बनायी गयी है. काफी सुंदर और अाकर्षक रूप देखने को मिल रहा है. 7. गुंबदनुमा डिजाइन का पंडालमैसूर पैलेस का नजारा दिखेगा कदमकुअां के शिव मंदिर में. यहां कई छोटे-छोटे गुंबदनुमा डिजाइन बनाये गये हैं. इसी से पुरे पंडाल को रूप दिया गया है. यहां भी मां का पट खोल दिया गया है. 8. महिलाएं खेलेंगी सिंदूर की होलीलंगर टोली बंगाली अखाड़ा में सभी प्रतिमाएं एक-दूसरे से जुड़ी हैं. वहीं बंगाली अखाड़ा पर सैकड़ों की संख्या में महिलाएं सिंदूर खेलने में हिस्सा लेती हैं. सोमवार को मां के पट खुलने के बाद लाेगों की भीड़ उमड़ने लगी. वहीं कुमारी पूजा का खास महत्व देखा गया है. 9. मां के सभी रूपों का होगा दर्शनआर्य कुमार राेड समिति द्वारा हर साल मां दुर्गा की प्रतिमा काे भव्य तरीके से सजाया जाता है. यहां मां के नौ रूपों को काफी अच्छे से दिखाया गया है. पूजा-अर्चना के बाद मां का पट खोला गया. वहीं संध्या में भोग लगा कर आरती की जायेगी.10. स्पेशल इफेक्ट के साथ दिखेंगी मां दुर्गाकदमकुआं स्थित डाेमन भगत लेन में दक्षिण भारत का स्वर्ण मंदिर देखने को मिल रहा है. पूरे विधि-विधान के साथ पंडितों द्वारा सुबह 11.11 बजे पूजा करने के बाद पट खोला गया. स्पेशल इफेक्ट के कारण मां दुर्गा की प्रतिमा श्रद्धालुओं को पसंद आ रही है.
खुल गया मां दुर्गा का पट
खुल गया मां दुर्गा का पट- भव्य तैयारियों के साथ हुई मां की पूजालाइफ रिपाेर्टर पटना इंतजार की घड़ी खत्म हुई और सोमवार काे शहर में कई जगहों पर मां दुर्गा का पट खुल गया. सप्तमी के दिन मां की प्रतिमा की पूरे विधि- विधान के साथ पूजा की गयी और पटों को खाेला गया. […]
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