पट खुले, मां का गूंजा जयकारा

पट खुले, मां का गूंजा जयकारा फ्लैगमां के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु – बंगाली अखाड़ा में देवी बोधन व आमंत्रण के साथ हुई अधिवास पूजा – आज होगा धुनुची नृत्य, मां को लेगगा खिचड़ी का भोग- बंगाली अखाड़ा में 121 वर्षों से हो रही है मां दुर्गा की पूजासंवाददाता, पटनामां के दर्शन के लिए भक्तों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2015 9:35 PM

पट खुले, मां का गूंजा जयकारा फ्लैगमां के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु – बंगाली अखाड़ा में देवी बोधन व आमंत्रण के साथ हुई अधिवास पूजा – आज होगा धुनुची नृत्य, मां को लेगगा खिचड़ी का भोग- बंगाली अखाड़ा में 121 वर्षों से हो रही है मां दुर्गा की पूजासंवाददाता, पटनामां के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार. धूप, दीप, अगरबत्ती से सुवासित हो रहा माहौल. वेद मंत्र पढ़ते पंडित. बंगाल से आये ढाक व काशी वादन के बीच बंगाली अखाड़े में सोमवार को मां का पट खुला. श्रद्धालु देवी दर्शन के लिए आतुर दिखे. कुछ ऐसा ही दृश्य रामकृष्ष्ण मंदिर, काली बाड़ी, यारपुर, छज्जुबाग , इंजीनियर्स क्लब, बोरिंग रोड, पीएन एंग्लो संस्कृत विद्यालय परिसर देवेंद्र कुटीर आदि में भी देखने को मिला. इसके अलावा कई पूजा पंडालों में मूल नक्षत्र में मां देवी के पट खोले गये. इसके साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन को उमड़ने लगी. हाथ जोड़े बस एक टक निहारते रहे भक्तहाथ जोड़े मां-मां कहते श्रद्धालु मां की प्रतिमा को एक टक निहारते रहे. घड़ी-घंटाल की आवाज चारों ओर गूंज रही थी. पूरे बांग्ला विधि-विधान के साथ इन जगहों पर मां की पूजा-अर्चना हुई. पंडितों ने देवी बोधन, अामंत्रण के साथ अधिवास पूजा की. राजधानी में बांग्ला विधि-विधान से पूजा की पुरानी परंपरा है. लंगरटोली स्थित बंगाली अखाड़ा में 121 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा हो रही है. दरियापुर व आसपास के इलाकों में बंगाली अखाड़ा को बड़ी देवी भी कहा जाता है. मां की 20 फुट ऊंची दिव्य प्रतिमा के साथ सरस्वती, कार्तिक, गणेश व लक्ष्मी की भव्य प्रतिमाएं हैं. मंगलवार को यहां विधिवत पूजा शुरू होगी. पुष्पांजलि होगी और दोपहर में मां को खिचड़ी का भोग लगेगा. पारंपरिक बांग्ला विधि में आरती के बाद धुनुची नृत्य विशेष आकर्षण रहेगा.

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