नीतीश के कंप्यूटर में ”लालू वायरस” : नरेंद्र मोदी
बक्सर/पटना : बिहार चुनाव के तीसरे चरण के एक दिन पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बक्सर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर महागंठबंधन पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि कुछ नेता दलितों, महादलितों और पिछड़ों का आरक्षण छिनकर धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं. ऐसा करके ये लोग […]
बक्सर/पटना : बिहार चुनाव के तीसरे चरण के एक दिन पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बक्सर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर महागंठबंधन पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि कुछ नेता दलितों, महादलितों और पिछड़ों का आरक्षण छिनकर धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं. ऐसा करके ये लोग अपने वोट बैंक को बचाना चाहते हैं लेकिन ऐसे स्वार्थी नेता यह जान लें कि मोदी ऐसा होने नहीं देगा.नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राजेंद्र प्रसाद और अंबेडकर जैसे लोगों ने संविधान का निर्माण किया और कहा कि धर्म के आधार आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि 50 प्रतिशत के आगे आरक्षण नहीं दिया जा सकता लेकिन लालू-नीतीश और सोनिया जैसे लोग पाप की योजना बना रहे हैं. ये लोग दलितों, महादलितों और पिछड़ों का 5 प्रतिशत आरक्षण छिनकर धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं. ये लोग वोट की राजनीति कर रहे हैं लेकिन ये लोग जान लें कि मोदी ऐसा नहीं होने देगा. महिला के आरक्षण का इन्होंने विरोध क्यों किया यह हमें उनसे पूछना चाहिए ?
नरेंद्र मोदी ने जदयू के नेताओं द्वारा कैमरे के सामने पैसे लिए जाना का उल्लेख करते हुए कहा कि ये लोग घोर भ्रष्टाचारी है. इन्हें बिहार की बागडोर नहीं सौंपनी चाहिए. यह खेल बिहार से बंद करना है. उन्होंने कहा कि हाल ही में जदयू के नेता कैमरे में पैसे लेते हुए पकड़े गए और इसपर लालू-नीतीश चुप हैं. ये लोग पैसे लेकर आश्वासन देते हैं कि बिहार में सरकार बनी तो ये उनकी मदद करेंगे यानी बिहार को बेचने का काम इन्होंने चुनाव के पहले ही कर लिया है.
मोदी ने बिहार में सड़कों के जाल बिछाने की परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि हम बिहार के विकास की बात सोचते हैं लेकिन महास्वार्थ बंधन के लोग केवल मोदी का जिक्र करते रहते हैं. ये लोग बिहार की हवा को पहचान चुके हैं इसलिए इनका भरोसा अब तंत्र-मंत्र पर हो गया लेकिन बिहार को लोकतंत्र चाहिए यह वे समझ लें. ये 18 वीं शताब्दी वाला बिहार नहीं है जो ताबीज से चले. उन्होंने कहा कि बिहरा के लिए मेरा छह सूत्री कार्यक्रम है. तीन सूत्री कार्यक्रम है बिजली, पानी और सड़क. बिहार को बिजली मिली तो जीवन में बदलाव आएगा. पानी मिला तो किसानों को फायदा होगा. बिहार के परिवार के लिए भी हमारे पास तीन सूत्र है. पढाई, कमाई और दवाई. बिहार के गरीब से गरीब को भी पढाई मिलनी चाहिए. बिहार से पलायन रुकना चाहिए. इसके लिए यहां कमाई की व्यवस्था करनी होगी. बुजुर्गों को दवाई भी जरुरी है. मोदी ने कहा कि एक तरफ विकास की बात हो रही है और वे लोग झूठ फैलाकर आरक्षण की बात करके लोगों को भटका रहे हैं.
मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी है जो चुनाव लड़ रही है लेकिन उसका कहीं पता नहीं है. इसका मतलब है कि महागंठबंधन ने एनडीए को 40 सीट दे दी है. कांग्रेस ने 35 साल तक बिहार में शासन दिया है उन्हें भी अपना हिसाब देना चाहिए. कांग्रेस उल्टा कर रही है वह मोदी से हिसाब से मांग रही है. हमें पूरे भारत का विकास करना है लेकिन यहां पूर्वी भारत पीछे छूट जा रहा है साथ ही बिहार को भी विशेष रूप से आगे बढाना है.
उन्होंने कहा कि इस बार बिहार से दूसरी हरित क्रांति आएगी क्योंकि यहां पानी भरपूर है. यहां के लोग बुद्धिमान है. मोदी ने कहा कि पंजाब में केवल पांच नदियां और वह कहां पहुंच गया है. वहां की खेतों में हरियाली रहती है. बिहार में तो जहां देखो पानी है लेकिन यह खेतों तक नहीं पहुंच पाती. इसके लिए यहां की सरकार जिम्मेवार है. कम से कम मनरेगा के द्वारा नहरों की सफाई करके खेतों तक पानी पहुंचा देते.
पीएम ने कहा कि यहां से पलायन हो रहा है जो चिंता का विषय है. बिहार में केवल विकास की बात की जानी चाहिए. हमने 125 लाख करोड़ बिहार को दिए है लेकिन कुल 165 लाख रुपये बिहार में आने हैं जिससे बिहार का विकास होगा. बिहार के लोगों को अभी बिजली नहीं मिलती है लेकिन नीतीश बाबू कहते हैं हम युवाओं को कंप्यूटर देंगे लेकिन मैं पूछता हूं कि यहां वह कैसे काम करेगा. आपको बता दें कि नीतीश के कंप्यूटर में लालू वायरस लगा है.
मोदी ने कहा कि लालू-नीतीश को मुझे जितना बदनाम करना है कर ले लेकिन जितना कीचड़ उछालोगे उतना ही कमल खिलेगा. यह 90 का कालखंड नहीं है. यहां के लोग अब समझदार हो गए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश – लालू ने बिहार के युवाओं किसान गांव गरीब का भला नहीं किया है. न ही दलित और पिछड़ों का भला किया है. 25 साल का हिसाब नहीं देने वालों को इस बार समाप्त कर देना चाहिए और यह काम आम मतदाता कर सकता है. मुझे यकीन है कि इस बार आप इनका अंत कर देंगे.
उन्होंने कहा कि बक्सर को एक यात्रा तीर्थ के रुप में विकसित किया जा सकता है लेकिन पिछली सरकार को यह याद नहीं आया. नरेंद्र मोदी ने इस रैली में महागंठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में चुनाव की धूम है. वैसे तो इस मौसम में गर्मी कम हो जाती है लेकिन इस बार गर्मी कम नहीं हो रही है क्योंकि यह चुनावी गर्मी है. रैली में भीड़ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि चुनावी सभा हमने बहुत देखी लेकिन बिहार जैसा दृश्य मैंने नहीं देखा. उन्होंने कहा कि यह रैली है न रैला है. यह तो परिवर्तन का मेला है. अब 25 साल के जुल्म का अंत 8 तारीख को होने वाला है.
लालू और नीतीश का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 25 साल कम समय नहीं होता लेकिन इन दोनों भाईयों ने 25 साल में कुछ नहीं किया. उनसे इसका हिसाब मांगना चाहिए और उन्हें हिसाब देना भी चाहिए. हर शाम दोनों भाईयों की मीटिंग होती है. ये लोग मोदी को चांटा मारने की बात करते हैं. ये लोग बिहार के विकास की बात नहीं करते हैं केवल मोदी को बदनाम करने की बात करते हैं.
अपने भाषण की शुरूआत में बक्सर में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतम राम मांझी का विशेष उल्लेख करते हुए मंच में मौजूद लोगों का अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि मैं बक्सर इससे पहले भी आया हूं और यहां की धरती की अपनी महत्ता है. इस भूमि में एक दीर्घकालिन इतिहास समाहित है. मैं इस धरती को कोटी-कोटी नमन करता हूं. मेरा और बक्सर का का विशेष नाता है. मैं आपका पड़ोसी हूं और मेरा आपसे विशेष नाता है. आपको बता दें कि बिहार में तीसरे चरण में कुल 50 सीटों के लिये मतदान होने हैं.