आज बूथों पर रवाना होंगे मतदानकर्मी

आज बूथों पर रवाना होंगे मतदानकर्मी- गांधी मैदान से सुबह छह बजे से मिलेगी रिंग बस की सेवा- रिंग बस से डिस्पैच सेंटर तक मतदान कर्मियों, गश्ती दल, माइक्रो अाब्जर्वर को जाने की सुविधा संवाददाता, पटनापटना जिले के मतदान कर्मियों को रिंग सेवा की सुविधा मिलने जा रही है. सोमवार को मतदान कर्मियों ने डिस्पैच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 9:41 PM

आज बूथों पर रवाना होंगे मतदानकर्मी- गांधी मैदान से सुबह छह बजे से मिलेगी रिंग बस की सेवा- रिंग बस से डिस्पैच सेंटर तक मतदान कर्मियों, गश्ती दल, माइक्रो अाब्जर्वर को जाने की सुविधा संवाददाता, पटनापटना जिले के मतदान कर्मियों को रिंग सेवा की सुविधा मिलने जा रही है. सोमवार को मतदान कर्मियों ने डिस्पैच सेंटर पर योगदान कर लिया, जहां उन्हें इवीएम की ट्रेनिंग दी गयी और एडवांस राशि दे दिया गया. आज वे अपने बूथों पर रवाना होंगे. गाड़ियों का अधिग्रहण हो जाने के कारण मतदान कर्मियों को उनके योगदान स्थल तक पहुंचने में होने वाली असुविधा के मद्देनजर रिंग बस की सेवा मिल रही है. मतदान कर्मियों, गश्ती दल और इवीएम टीम, माइक्रो आब्जर्वर और अन्य की सुविधा के लिए गांधी मैदान से पूरे जिले में रिंग सेवा उपलब्ध करायी जा रही है. सेवा उपलब्ध कराने के लिए 14 विधानसभाओं को चार भागों में बांटा गया है. ये है रूटवाइज चार्ट मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर और फतुहा के लिए गांधी मैदान से बस खुलेगी जो फतुहा से बख्तियारपुर होते हुए मोकामा, दूसरे रूट में मसौढ़ी के लिए गांधी मैदान से पुनपुन से मसौढ़ी और संपतचक होते हुए धनरुआ तक जाएगी. तीसरे रूट में गांधी मैदान से पालीगंज के लिए गाड़ियां खुलेगी. चौथे रूट से गांधी मैदान से तीन शहरी विधानसभाओं के अलावा पटना साहिब और फुलवारी के लिए वाहन जाएगा. सुबह छह बजे से दिन के 11 बजे तक ही यह सेवा मिलेगी, इसके बाद आने वाले कर्मचारियों को अपनी व्यवस्था से योगदान स्थल तक जाना होगा.जीपीएस युक्त गाड़ियां से जायेगा धावा दल फ्लाइंग स्कावयड की गाड़ियों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. कर्मियों को पहली बार डिस्पैच सेंटर से सीधे बूथों तक पहुंचने के लिए इन वाहनों का प्रयोग किया जाएगा. इन गाड़ियों से चुनावी काम में लगे कर्मियों पर नजर रखी जायेगी और हरेक गतिविधि मुख्यालय में मॉनिटर होती रहेगी. पटना जिले में बेहतर चुनाव संचालन के लिए कुल 400 जीपीएस गाड़ियां लगायी गई है. सभी गाड़ियों में जीपीएस के अलावे उसकी ट्रैकिंग प्रणाली भी लगायी गयी है.

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