दो डॉक्टरों ने पीएमसीएच को दी क्लीन चिट
दो डॉक्टरों ने पीएमसीएच को दी क्लीन चिटफ्लैग: ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत का मामलाआज एचओडी सौपेंगे अधीक्षक को अपनी रिपोर्ट संवाददाता, पटना पीएमसीएच शिशु विभाग में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चे की मौत के मामले में सोमवार की देर शाम तक दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट एचओडी को सौंप दी है. […]
दो डॉक्टरों ने पीएमसीएच को दी क्लीन चिटफ्लैग: ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत का मामलाआज एचओडी सौपेंगे अधीक्षक को अपनी रिपोर्ट संवाददाता, पटना पीएमसीएच शिशु विभाग में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चे की मौत के मामले में सोमवार की देर शाम तक दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट एचओडी को सौंप दी है. रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. हालांकि अभी दो और लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. इसके आने के बाद मंगलवार की दोपहर पूरी रिपोर्ट अधीक्षक को सौंप दी जायेगी. गौरतलब है कि बच्चे की मौत के बाद अधीक्षक ने एचओडी से स्पष्टीकरण मांगा था. इस पर एचओडी ने डॉ विनोद कुमार, डॉ दिनेश रजक, डॉ गोपाल शरण एवं सिस्टर इंचार्ज से स्पष्टीकरण मांगा था. अगर ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत होती, तो छह और बच्चे की हो जाती मौत रिपोर्ट के मुताबिक अगर ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत होती, तो उसके बगल में छह और बच्चे ऑक्सीजन पर थे, उनकी भी मौत हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. इसके अलावे ऑक्सीजन का प्रेशर कम होने पर अलार्म बजता है, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ है. इस कारण से ऑक्सीजन की कमी से मौत की गुंजाइस नहीं बनती है. बच्चे की जब मौत हुई, तो उसके पूर्व उसे उल्टी हुई थी बच्चे की जब मौत हुई थी, उसके पहले उसने उल्टी की थी. इस कारण से वह सुस्त हो गया था. उल्टी के बाद कभी-कभी सांस की नली में दूध फंसने से भी बच्चे की तबीयत खराब हो सकती है. वहीं जब ऑक्सीजन की कमी होती है, तो उसे बेचैनी होती है. काफी देर बेचैन रहने पर भी उसे ऑक्सीजन नहीं मिलता है. तब मरीज की मौत होती है. कोटजो रिपोर्ट मेरे पास आयी है, उसमें कहीं से भी ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत की पुष्टि नहीं हो रही है. हमने तीन डॉक्टर व एक सिस्टर इंचार्ज से स्पष्टीकरण मांगा था, जो मंगलवार को अधीक्षक को सौंप दिया जायेगा.डॉ एके जायसवाल, एचओडी, शिशु विभाग\\\\B