ब्लैकमनी को व्हाइट करने वाले व्यापारियों पर कसा शिकंजा

ब्लैकमनी को व्हाइट करने वाले व्यापारियों पर कसा शिकंजा- इनकम टैक्स और इडी की टीम ने पटना स्थित इनके कई ठिकानों पर किया देर रात तक सर्च- इस गड़बड़ी में कई बहुत बड़े बिजनेसमैन के नाम भी हैं शामिल- इस सर्च ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए नई दिल्ली से भी आयी विशेष टीमसंवाददाता, पटनाअपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 11:03 PM

ब्लैकमनी को व्हाइट करने वाले व्यापारियों पर कसा शिकंजा- इनकम टैक्स और इडी की टीम ने पटना स्थित इनके कई ठिकानों पर किया देर रात तक सर्च- इस गड़बड़ी में कई बहुत बड़े बिजनेसमैन के नाम भी हैं शामिल- इस सर्च ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए नई दिल्ली से भी आयी विशेष टीमसंवाददाता, पटनाअपने बड़े और लंबे-चौड़े कारोबार की आड़ में ब्लैकमनी को व्हाइट करने का धंधा चलाने वाले कई बड़े उद्योगपतियों पर आयकर विभाग ने शिकंजा कसा है. शहर के सात-आठ बड़े व्यवसायियों के दर्जनभर से ज्यादा स्थानों पर देर रात तक सर्च चलता रहा. इस काम को अंजाम देने के लिए नई दिल्ली से आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 30-35 अधिकारियों की पूरी टीम पटना आयी हुई थी. इन अधिकारियों की देखरेख में ही पूरी छापेमारी को अंजाम दिया गया है. यह छापेमारी देश के अन्य कई शहरों में भी की गयी है. इसी के तहत पटना में भी चुनिंदा व्यवसायियों पर कार्रवाई की गयी है. इन व्यापारियों पर इनकम टैक्स में भी चोरी करने का भी काफी बड़ा मामला है. पटना में जिन 7-8 व्यवसायियों के यहां छापेमारी हुई है, उनके पास से कितनी की गड़बड़ी सामने आयी है. इसकी फिलहाल जांच चल रही है. जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि सही में कितने की गड़बड़ी हुई है. हालांकि शुरुआती जांच में अभी तक करोड़ों की गड़बड़ी सामने आयी है. पटना में जिन-जिन स्थानों पर छापेमारी हुई, उनमें राजापुर में कई अपार्टमेंट, बंदरबागीचा स्थित कावेरी अपार्टमेंट, बोरिंग रोड स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट, लक्ष्मी कॉम्पलेक्स के पास कुछ अन्य अपार्टमेंटों के अलावा मौर्या लोक कॉम्पलेक्स में इन व्यवसायियों के आवास और दफ्तर में बड़े स्तर पर छापेमारी की गयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिन बड़े व्यवसायियों के नाम सामने आये हैं, उनमें किशोर सलेमपुरी, दीपक आनंद समेत कुछ अन्य शामिल हैं. सलेमपुरी भागलपुर स्थित व्यवसायी हैं. इनका टाटा टिस्कॉन लोहा और लाफार्ज सीमेंट का सीएनएफ है. इसके अलावा स्टील की फैक्ट्री भी है. इस तरह का बड़ा व्यवसाय करने वाले अन्य कारोबारियों के नाम इस छापेमारी की लिस्ट में शामिल है. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव के दौरान इस तरह की छापेमारी से चुनाव में ब्लैकमनी का काफी बड़ा प्रयोग रूकेगा. चुनाव में इन व्यावसासियों के ब्लैकमनी का प्रयोग काफी बड़े स्तर पर चुनाव में होने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है.

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