नीतीश पैकेज ठुकराने का बहाना ढूंढ रहे हैं : नमो
बेतिया : बिहार में तीसरे चरण के चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीतामढ़ी के बाद बेतिया में रैली को संबोधित करते हुए महागंठबंधन पर जमकर हमला किया. मोदी नें कहा कि अपने पिछले दिनों देखा होगा नीतीश के एक मंत्री पैसे तो ले रहे हैं साथ ही बिहार को बेचने की बात कर […]
बेतिया : बिहार में तीसरे चरण के चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीतामढ़ी के बाद बेतिया में रैली को संबोधित करते हुए महागंठबंधन पर जमकर हमला किया. मोदी नें कहा कि अपने पिछले दिनों देखा होगा नीतीश के एक मंत्री पैसे तो ले रहे हैं साथ ही बिहार को बेचने की बात कर रहे हैं. उन्होंने जनता से पूछा कि क्या आपको बिहार को बेचने देना है ? ये कैमरे में पैसे गिनते हैं और वादा करते हैं कि जीतने के बाद वे उनकी की मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि लालू के प्रत्याशी भी कैमरे में कैद हुए. इसपर लालू कहते होंगे कि यह मेरे चारा घोटाले के सामने कुछ नहीं. कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मैडम सोनिया जी आपके दोनों साथी पैसे ले रहे हैं. इस मामले पर सोनिया गांधी ने कुछ नहीं कहा अरे कुछ तो बोलिए मैडम जी. अरे इतना तो बता दीजिए कि उन्होंने पैसे कम लिये या ज्यादा लिये. अरे आपको हिस्सा मिला या नहीं.
मोदी ने कहा कि मैंने बिहार को 50 हजार करोड़ देने का वादा किया था लेकिन हमने बिहार को 125 करोड़ दिया है. बिहार के पास 40 हजार करोड़ पहले से हैं. मुझे डर है कि कहीं यह पैकेज अहंकारी शासन में कहीं गुम नहीं हो जाए. उन्होंने कहा कि हमने उन्हें करोडों बिहार के विकास के लिए भेजा लेकिन वे राज्य का भाग्य नहीं बदल सके. इस बार मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस बार विकास के लिए वोट करें. इस रैली में भी उन्होंने अपने छह सूत्री कार्यक्रम का जिक्र किया. जिसके तहत एनडीए ने बिजली , पानी , कमाई , पढाई और दवाई रखा है.
नीतीश पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि वे हमें बाहरी कहते हैं लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या देश का पीएम बाहरी हो सकता है क्या ? मोदी ने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि इनके पेट के अंदर पाप भरा है. मैं आपको बताना चाहता हूं कि वे विशेष पैकेज को ठुकराने का बहाना खोज रहे हैं. उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश ने बिहार में 25 साल तक शासन किया लेकिन विकास नहीं कर पाए. बिहार जंगलराज के दौर से गुजर रहा है. इनके राज में पलायन चरम पर है. लोगों को अपने गांव को छोड़कर जाना पड़ रहा है. मैं पूछता हूं कि बिहार को बाहरी बनने के लिए किसने मजबूर किया. यहां के लोगों को बाहरी बनाने का काम नीतीश-लालू ने किया है. मोदी ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि नीतीश ने लालू जी को प्रेम पत्र लिखा था जिसमें नीतीश जी ने लालू पर गंभीर आरोप लगाए थे और आज वे उन्हीं की गोद में जाकर बैठ गए हैं. नीतीश को सत्ता सुख चाहिए इसके लिए वह कुछ भी कर सकते हैं.
नीतीश को उनके वादों की याद दिलाते हुए पीएम मोदी ने कहा नीतीश जी ने कहा था कि भ्रष्टाचारियों के घर को जब्त करके स्कूल खोला जाएगा लेकिन क्या आपने अपने मंत्री के साथ ऐसा किया. मोदी ने कहा कि आज आरक्षण में चोरी करने का षड्यंत्र कर रहे हैं. लालू इसमें माहीर हैं. जैसे उन्होंने चारा हड़प लिया वैसे ही आपका वह 5 प्रतिशत हड़पना चाहते हैं. लालू-नीतीश दलित पिछड़ों को आरक्षण हड़पकर धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं जो दलितों पिछड़ों का अपमान है. लेकिन वे जान लें कि बाबा साहब के द्वारा दिए गए आरक्षण में से हम एक प्रतिशत भी नहीं छिनने देंगे. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक ओर भ्रष्टाचार के लिए लड़ाई और दूसरी ओर सुशासन के लिए लड़ाई है लेकिन सुशासन कहीं देखने को नहीं मिल रहा है. यहां अपहरण उद्योग बन गया है.
मोदी ने कहा कि इस चुनाव में लालू प्रसाद यादव नीतीश कुमार को धूल चटा देना चाहते हैं. लालू को बिहार की चिंता नहीं है उन्हें केवल अपने बेटों की चिंता है. बिहार की जनता यह जानती है. इस बार जनता उन्हें धरासयी कर देगी. मोदी ने कहा कि जंतर-मंतर से विकास नहीं हो सकता लेकिन महास्वार्थबंधन के पास कुछ बचा नहीं है. जनता इस बार उनकी विदाई कर देगी. पढा लिखा आदमी भी बीमारी में तंत्र-मंत्र का सहारा लेता है. संकट के समय सब इसका सहारा लेता है. ये लोग भी ऐसे ही हार गए हैं. इनको पता है कि अब जनता इनको नकार देगी. इसलिए वे जंतर-मंतर का सहारा ले रहे हैं. मोदी ने कहा कि लोकतंत्र जंतर-मंतर से नहीं चलता है. हमने बिहार को 125 लाख हजार करोड़ का पैकेज दिया है जिससे यहां का विकास होगा.
मोदी ने कहा कि नीतीश ने अपना वादा पूरा नहीं किया. बिहार के 4 हजार गांव अभी भी बिजली की पहुंच से दूर है. आपसे मैं कहना चाहता हूं कि वादा खिलाफी करने वालों को सबक सिखाने का वक्त आ गया है. इस बार आप विकास के नाम पर वोट देकर इनकी विदाई कर दें.