छिटपुट घटनाओं के बीच चुनाव संपन्न
छिटपुट घटनाओं के बीच चुनाव संपन्नमसौढ़ीनिर्वाची पदाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि 58.2 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया. विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी भीड़ अपनी बारी की प्रतीक्षा में पंक्तिबद्व थी. इसमें महिला मतदाताओं ने घर की चौखट लांघ बड़ी संख्या में मतदान […]
छिटपुट घटनाओं के बीच चुनाव संपन्नमसौढ़ीनिर्वाची पदाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि 58.2 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया. विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी भीड़ अपनी बारी की प्रतीक्षा में पंक्तिबद्व थी. इसमें महिला मतदाताओं ने घर की चौखट लांघ बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया. इसके अलावे वृद्व, नेत्रहीन व विकंलाग मतदाता भी मतदान करने को मतदान केंद्रों पर पहुंचे. इस बीच 14 मतदान केंद्रों पर एवीएम में खराबी आ जाने की वजह से संबंधित केंद्रों पर मतदान बाधित रहा. इस बीच चरमा पंचायत के मुखिया सिबलू कुमार ने सीआरपीएफ पर मतदान केंद्र संख्या–7 पर मतदाताओं को परेशान करने का आरोप लगाया. उधर भाकपा माले गोपाल रविदास ने मतदान केंद्र संख्या–37पर अपने अभिकर्ता को बैठने न देने का आरोप लगाया.ग्रामीणों व सीआरपीएफ के बीच हुयी झड़पमध्य विद्यालय, इसलामपुर स्थित मतदान केंद्र संख्या 88 पर मतदान में बाधा डालने के आरोप में ग्रामीणों और मौजूद सुरक्षा बल के बीच झड़प भी हुई. इसके कारण करीब घंटे भर मतदान बाधित रहा. घटना के विषय में बताया जाता है कि कुछ वृद्व अथवा शारिरिक रूप से लाचार मतदाताओं को उनके परिवार के सदस्य उन्हें वोट दिलाने के लिए एवीएम तक ले जा रहे थे. आरोप है कि वहां मौजूद सुरक्षा बलों ने परिजनों के साथ उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया और लाचार मतदाताओं को स्वयं अंदर एवीएम तक ले गये और उन्हें एक प्रत्याशी विशेष के पक्ष में उनसे बटन दबवा दिया. इसकी खबर जैसे ही लाचार मतदाताओं के परिजनों को मिली, वे भड़क उठे और उन्होनें इसका विरोध करना शुरू कर दिया. इसके बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया. इससे ग्रामीण ज्यादा उग्र हो गये और उन्होनें सुरक्षा बलों पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी. मौके पर पहुंचे निर्वाची पदाधिकारी प्रेक्षक और एडीएम (विशेष) ने भीड़ को समझा कर शांत करवाया. इसके कारण करीब एक घंटे तक मतदान बाधित रहा. पीठासीन पदाधिकारी सीआरपीएफ के डीएसपी और प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा नियम विरूद्व मतदान पर की गयी सख्ती के कारण उन्होनें रोड़बाजी की और इस मामले में दो ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है.