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बिहार को बनाया आतंक की नर्सरी: मोदी

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू-नीतीश पर साधा निशाना पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नें कहा है कि लालू–नीतीश शासन में एक समुदाय के वोट पर नजर रखकर बिहार को आतंकियों की नर्सरी बना दी गयी. आतंकी का मजहब देखकर नरमी बरती गयी. यूपी–महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2015 5:34 AM
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पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू-नीतीश पर साधा निशाना
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नें कहा है कि लालू–नीतीश शासन में एक समुदाय के वोट पर नजर रखकर बिहार को आतंकियों की नर्सरी बना दी गयी. आतंकी का मजहब देखकर नरमी बरती गयी. यूपी–महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों में बम धमाकों के गुनहगार यासीन भटकल की नेपाल में गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस ने उसे हिरासत में लेने से इनकार कर दिया था.
श्री मोदी ने कहा कि भटकल से पूछताछ के लिए पटना से गए एडीजी को नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर से ही लौटा लिया. मोस्ट वांटेड आतंकी भटकल को केंद्रीय एजेंसियों को सौंपने से पहले बिहार के डीजीपी ने न पूछताछ की, न रिमांड पर लिया. 25 साल में सीमावर्ती उत्तर बिहार के दर्जन–भर जिलों में नई–पुरानी मिलों को चालू कर रोजगार के अवसर तो सृजित किये नहीं गए, लेकिन पूरे इलाके को आतंकवाद की नर्सरी जरूर बना दिया गया.
इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी तहसीन अख्तर अलकायदा का लैपटाप लेकर बिहार के मधुबनी, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर में नौजवानों को गुमराह कर आतंक के बीज बोता रहा.
दरभंगा मोड्यूल की जानकारी मिलने पर तो बिहार एक खौफनाक ठिकाने के रूप में जाना जाने लगा. भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश सरकार की नरमी के चलते चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा और पूर्णिया में भी लश्कर–ए–तैयबा के आतंकी तैयार किये जाते रहे.
नीतीश कुमार बतायें कि लश्कर के आतंकी ओमर मदनी की गिरफ्तारी पर बिहार पुलिस को खामोश रहने के निर्देश क्यों दिये गए ? बिहार में फसीह महमूद जैसा खूंखार आतंकी क्यों पनपा, जिसे सऊदी अरब में पकड़ा गया . क्या यह बिहार सरकार की नाकामी नहीं है . आतंकवाद पर जीरो–टालरेंस की नीति बिहार सरकार ने क्यों छोड़ दी .
2013 में भाजपा के बिहार सरकार से हटते ही लालू–नीतीश राज में पनपे दुस्साहसी आतंकियों ने बोधगया और पटना में सीरियल धमाके करा दिये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया गया था, लेकिन नीतीश कुमार ने केंद्र की खुफिया चेतावनी के बावजूद सुरक्षा–व्यवस्था में सुराख छोड़ कर आतंकियों का काम आसान बना दिया.
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. लेकिन नीतीश सरकार ने आतंकी को मजहबी नजरिये से देखने की नीति अपनायी. वोट के लिए लालू–नीतीश बिहार क्या, पूरे देश को खतरे में डाल सकते हैं.

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