नीतीश और लालू बतायें सोनिया बाहरी हैं या बिहारी : MODI
फारबिसगंज : बिहार के फरबिसगंज की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर महागंठबंधन पर हमला किया. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि मैं आपके लिए काम करना चाहता हूं. आप मुझे केवल आशीर्वाद दीजिए. हम चुनाव में एक ही एजेंडा को लेकर काम कर रहे हैं और वह है विकास. […]
फारबिसगंज : बिहार के फरबिसगंज की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर महागंठबंधन पर हमला किया. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि मैं आपके लिए काम करना चाहता हूं. आप मुझे केवल आशीर्वाद दीजिए. हम चुनाव में एक ही एजेंडा को लेकर काम कर रहे हैं और वह है विकास. महागंठबंधन पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि नीतीश और लालू ने यहां 25 साल तक शासन किया. 15 साल श्री और श्रीमति लालू ने चलाया जबकि 10 साल तक नीतीश बाबू ने शासन किया. इन्हें अपने काम का हिसाब नहीं दिया. ये दोनों अपने काम का हिसाब तो देते नहीं बल्कि मुझसे 25 महीने का हिसाब मांगते हैं. ये दोनों मुझे दिन रात गाली देते हैं जो मुझे समझ में नहीं आती मैं इसका अर्थ दूसरे से पूछता हूं. दोनों भईयों को यहां का नजारा देखना चाहिए. यहां का नजारा देखकर उनका अहंकार खत्म हो जाएगा.
मोदी ने कहा कि बिहार में दो तिहाई बहुमत के साथ एनडीए की सरकार यहां सरकार बनायेगी. 8 नवंबर को यहां दिवाली मनेगी वो भी जीत की. इस बार बिहार में दो जंगलराज मिल गए हैं. यदि इनकी सरकार बन गयी तो आपका क्या होगा? मोदी ने कहा कि हम वोट नहीं मांगते हैं आप केवल विकास के मुद्दे पर वोट दें.मोदी ने कहामैं एक खुली चुनौती देता हूं मेरे साथ आकर लालू और नीतीश बहस कर लें. वे एक किताब लेकर गुब्बारे में आरक्षण का हवा भर रहे हैं लेकिन मैंने चुपके से उसमें पिन मार दिया है.
मोदी ने कहा नीतीश ने यह कहा था कि आरक्षण पर पूणर्विचार होना चाहिए. संविधान सभा ने यह बात रखी थी कि संप्रदाय के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता है लेकिन वे उनकी बात नहीं मानते नजर आ रहे हैं. ये दलितों और पिछड़ों का आरक्षण मारकर संप्रदाय के आधार पर बांटने की तैयारी कर रहे हैं. मेरे पास इस बात का सबूत है. उन्होंने संसद में यह बात उठाई थी.
मोदी ने कहा कि इसी जिले 3 जून 2011 को मुस्लिम मजदूरों पर नीतीश ने गोली चलवाई थी जिसमें 10 साल का बालक मारा गया था. अब वोट की राजनीति कर रहे हैं.नीतीशको चुनाव जीतते वक्त सब याद आता है. उन्होंने पटना धमाके का उल्लेख करते हुए कहा कि गांधी मैदान में मेरी रैली में धमाके हुए लेकिन नीतीश को इसकी चिंता नहीं हुई. उस दिन बम-बंदूक के बीच गांधी मैदान रक्त रंतिज हो गयी थी. उस दिन भी भी मैंने मुस्लिम और हिंदू दोनों को गरीबी के खिलाफ लड़ने को कहा था. यह मुझमें बोलने की क्षमता था.
मोदी ने कहा कि वह मुझे कहते हैं कि मैं बाहरी हूं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मुझे बिहारियों का भी आशीर्वाद मिला इसलिए मैं दिल्ली की गद्दी पर बैठ सका. मैं पूछना चाहता हूं के सोनिया जी के लिए आप क्या सोचते हो. वह बाहरी है या बिहारी है? मैंने जब उन्हें ललकारा तो वह भाग खड़े हुए. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि देश की सुरक्षा पर कोई खेल नहीं होने दूंगा.
इस रैली में भी मोदी ने लोगों को एनडीए की छह सूत्री कार्यक्रम की जानकारी दी और कहा कि पढाई और कमाई यहां के लोगों को उपलब्ध कराया गया तो यहां से लोगों का पलायन रुकेगा. उन्होंने कहा कि दवाई से बुजुर्गों का कल्याण होगा. मोदी ने कहा कि राज्य को बिजली, पानी और सडक से सुसज्जित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार के नौजवान में हुनर है और उसे बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है. काई अपने परिवार को छोड़कर नहीं जाना चाहता है. कोई अपने मां-बाप को नहीं छोड़ना चाहता. यह लालू-नीतीश की ही देन है कि बिहारी को बाहरी होना पड़ता है.
बिजली को लेकर भी उन्होंने सरकार पर हमला किया और कहा कि बिहार को अब बिजली चाहिए. लालू के लालटेन से काम नहीं चलने वाला है. ये कहते हैं कि हम कम्प्यूटर देंगे लेकिन बिना बिजली के वह काम कैसे करेगा यह भी बतायें. उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू के मुंह से बिजली का ‘ब’ भी नहीं निकलता. बिजली को लेकर उन्होंने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि बिजली नहीं तो वोट नहीं लेकिन वह अपना वादा भूलकर वोट मांगने पहुंच गए. नीतीश ने आपके साथ धोखा किया है.
भ्रष्टाचार पर भाषण देते हुए मोदी ने कहा कि नीतीश बाबू ने वादा किया था कि वह भ्रष्टाचारियों का बंग्ला जब्त करके वहां स्कूल खोले जायेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. कुछ दिन पहले उनके एक मंत्री घूस लेते हुए कैमरे में कैद हुए लेकिन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया नीतीश सरकार ने, यहीं नहीं लालू प्रसाद को कोर्ट ने सजा दी उसपर भी नीतीश बाबू शॉफ्ट नजर आए.