पटना/दानापुर: मांगों पर विचार किये बगैर पाटलिपुत्र जंकशन का शुभारंभ किये जाने के रेल प्रशासन के फैसले से जलालपुर गांव के निवासी आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने आर-पार की लड़ाई का निर्णय लेते हुए इसके विरोध में लगातार दूसरे दिन बुधवार को अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जलालपुर लेवल क्रॉसिंग व बेली रोड से सबरी नगर तक पक्की सड़क व नाला का निर्माण नहीं होने तक ग्रामीण रेलवे लाइन पर धरने पर बैठे रहेंगे. साथ ही इस रेल लाइन से किसी ट्रेन का परिचालन भी नहीं होने दिया जायेगा.
रंजन करेंगे समारोह का बहिष्कार
वहीं दूसरी ओर, सांसद डॉ रंजन प्रसाद यादव ने भी ग्रामीणों के समर्थन में उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर दिया है. धरनार्थियों से मिलने पहुंचे श्री यादव ने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में वे कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि रेल अधिकारी डिक्टेटरशिप दिखा रहे हैं. उन्होंने रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड चेयरमैन व पूमरे के जीएम सहित तमाम अधिकारियों से बात की, मगर समस्या का समाधान किये बगैर अचानक तिथि घोषित कर दी गयी. तीन महीने से यह मामला चल रहा है. रेलवे को इधर रहने वाले लाखों लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए. दानापुर की विधायक आशा सिन्हा व पटना नगर निगम के मेयर अफजल इमाम ने भी धरने पर बैठे लोगों से मुलाकात कर उनको समस्या के समाधान का आश्वासन दिया.
धरने का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुखिया धर्मेद्र सिंह व युवा नेता संटू सिंह ने कहा कि जलालपुर, धनौत, रूपसपुर, चुल्हाईचक व सबरी नगर के करीब पचास हजार से अधिक आबादी इस पुल से आवागमन करती है. परिचालन शुरू होने पर उनका रास्ता बंद हो जायेगा. डीआरएम एनके गुप्ता, सीनियर डीसीएम अरविंद रजक, आरपीएफ कमांडेट एके अग्निहोत्री, सहायक कमांडेट जीडी मीणा व इंस्पेक्टर धर्मेद्र यादव ने भी धरना पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया, पर कामयाब नहीं हुए.
डीआरएम वापस लौटे
डीआरएम श्री गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (दक्षिण) ही कुछ बोलेंगे. धरनार्थियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध जम कर नारेबाजी की तथा रेलवे ट्रैक पर दानापुर की ओर से आ रहे इंजन को वापस लौटा दिया़
इसके बाद डीआरएम समेत रेलवे के अधिकारी वापस लौटे गय़े धरना पर वार्ड पार्षद प्रफुल्ल चंद्र सुधांशु, रत्नेश कुमार, डा राम बाबू प्रसाद यादव, अमरेंद्र सिंह, सत्येंद्र सिंह, दयानंदसिंह, पिंटू कुमार, ज्ञानेंद्र सिंह, निरंजन कुमार, पंकज कुमार सिंह, सुशील कुमार, गौरव व आरपी शर्मा समेत दर्जनों गांव के महिला वपुरुष शामिल थे.