एनआइटी ने पीयू के दो क्वार्टरों पर जड़ा ताला

पटना : एनआइटी ने पटना विवि के दो क्वार्टरों पर अपना दावा ठोंकते हुए विवि को उसे खाली करने के लिए पत्र लिखा है. साथ ही इन क्वार्टरों पर ताला भी जड़ दिया है. इसके बाद पटना विवि ने एनआइटी पर एफआइआर के लिए आवेदन दिया है. एनआइटी को बिहटा में जमीन आवंटित हुए काफी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 7:27 AM
पटना : एनआइटी ने पटना विवि के दो क्वार्टरों पर अपना दावा ठोंकते हुए विवि को उसे खाली करने के लिए पत्र लिखा है. साथ ही इन क्वार्टरों पर ताला भी जड़ दिया है. इसके बाद पटना विवि ने एनआइटी पर एफआइआर के लिए आवेदन दिया है.
एनआइटी को बिहटा में जमीन आवंटित हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन वह उसी कैंपस में अपने स्थापना काल से ही बना हुआ है. पीयू ने भी अपनी जमीन वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. विवि के कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्री ने अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने को कहा है.
क्या है मामला : पीयू का ही एक समय अंग रहा बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज एनआइटी को दिया गया था. तब से एनआइटी पीयू से अलग उसी के कैंपस में ही चल रहा है. एनआइटी को बिहटा में जमीन मिल चुकी है, लेकिन तकनीकी वजहों से वह वहां शिफ्ट नहीं कर पा रहा है. वहीं, वर्तमान कैंपस में एनआइटी लगातार कंस्ट्रक्शन का काम करवा रहा है. एनआइटी का दावा है कि उक्त प्लाॅट जहां पर अधिकारियों के क्वार्टर हैं, वह उन्हें मिला था. विवि प्रशासन के अनुसार उक्त क्वार्टर शुरू से ही विवि के अधीन रहे हैं.
बनने के दौरान मुख्य कैंपस के साथ ही एनआइटी को मिला था. उधर, विवि प्रशासन के अनुसार उक्त क्वार्टर शुरू से ही विवि के अधीन रहे हैं और विवि के प्रतिकुलपति, रजिस्ट्रार, डिप्टी रजिस्ट्रार व एफओ समेत कई अधिकारी वहां रह चुके हैं. फिलहाल उसमें कोई नहीं रह रहा है, लेकिन पीयू का एक कर्मचारी केयर टेकर के रूप में देखरेख कर रहा है. वह उसी क्वार्टर कैंपस में ही रह रहा है.
एनआइटी ने गलत तरीके से पीयू के दो क्वार्टरों पर कब्जा करने की कोशिश की है. पीयू भी अपना परिसर वापस लेने को लेकर कार्रवाई करेगा.
प्रो संजय कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार, पीयू
एनआटी ने प्रॉक्टर व रजिस्ट्रार के जिन दो क्वार्टरों को लेकर जो दावा किया है, वो सौ फीसदी सही है. दोनों क्वार्टर खतियान नंबर 192 के तहत आते हैं. यह गजट में भी शामिल है.
प्रो अशोक डे,
निदेशक, एनआइटी

Next Article

Exit mobile version