29 घाटों तक बनेगी पाइप पुलिया
छठपर्व : आठ करोड़ से बने गंगा चैनल का रख-रखाव किया होता, तो बच जाते दो करोड़ पटना : पटना से रूठ चुकी गंगा को फिर से शहर से निकट लाने के लिए किये गये प्रयास पर पानी तो फिरा ही, आठ करोड़ से ज्यादा की राशि भी पानी के साथ ही बह गये. इसी […]
छठपर्व : आठ करोड़ से बने गंगा चैनल का रख-रखाव किया होता, तो बच जाते दो करोड़
पटना : पटना से रूठ चुकी गंगा को फिर से शहर से निकट लाने के लिए किये गये प्रयास पर पानी तो फिरा ही, आठ करोड़ से ज्यादा की राशि भी पानी के साथ ही बह गये. इसी बहाव में दो करोड़ रुपये और बहने होनेवाले हैं. यह सब होगा अधिकारियों की लापरवाही की वजह से. हाइकोर्ट के आदेश से बनाया गया गंगा चैनल अब छठ की तैयारी के मद्देनजर प्रशासन की परेशानी का सबब बन गया है.
इस चैनल पर दीघा से काली घाट तक 29 छठ घाटों तक पहुंचने के लिए अस्थायी ह्यूम पाइप पुलिया का निर्माण किया जायेगा. इस पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च होगा.
कुल 29 घाट तक पहुंचने के लिए 1.80 करोड़ की राशि सरकार ने बुडको को दी है. यदि अधिकारियों ने चैनल में लगातार पानी आने की कार्ययोजना बनायी होती, तो फिर पानी लगातार बना रहता और पटना वासियों को ना छठ में अर्घ देने के लिए न तो दूर जाना होता और न ही प्रशासन को पुलिया बनाने की मशक्कत ही करनी पड़ती.
मॉनीटरिंग ही नहीं हुई
हाइकोर्ट के आदेश पर अधिकारियों ने गंगा को निकट लाया, लेकिन गंगा लगातार इस हाल में नहीं रह सकी. इस चैनल की लगातार मॉनीटरिंग नहीं होने का परिणाम रहा कि अप्रैल के तीसरे सप्ताह में गंगा में जल स्तर बढ़ने के कारण चैनल में पानी आया और उसी गति में चला भी गया.
तीन महीने के भीतर ही शहर से गंगा फिर रूठ गई. 8.80 करोड़ रुपये से बना यह चैनल अब नाले के पानी को संग्रह करने के काम में आ रहा है. गंगा काे निकट लोन के लिए जल संसाधन विभाग को जिम्मेवारी दी गयी थी.
चार महीने के काम के बाद दीघा कुर्जी के बीच से शुरू होकर 100 फीट चौड़ा यह चैनल अदालतगंज घाट तक पहुंचा था. अप्रैल में बारिश ज्यादा होने से गंगा में पानी आया, जो चैनल से होते हुए शहर के निकट आ गया, लेकिन जैसे ही पानी घटा फिर से वही हाल हो गया.
गंगा चैनल: एक नजर में
-7 किमी लंबा
-30.48 मीटर चौड़ा
-8.80 करोड़ लागत
-दीघा से अदालतगंज घाट तक
-17 अप्रैल को छाेड़ा गया था पानी