दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला के बिहार पवेलियन में मिलेगी मेक इन इंडिया की झलक
सिर्फ भारत में बनी सामग्री से सजेगा बिहार पवेलियन मेक इन इंडिया का प्रतीक चिह्न होगा मेले में आकर्षण का केंद्र पटना : दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक चलने वाले 35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार मंडप को इस बार आईटीपीओ द्वारा मेले की थीम ‘मेक इन इंडिया’ के […]
सिर्फ भारत में बनी सामग्री से सजेगा बिहार पवेलियन
मेक इन इंडिया का प्रतीक चिह्न होगा मेले में आकर्षण का केंद्र
पटना : दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक चलने वाले 35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार मंडप को इस बार आईटीपीओ द्वारा मेले की थीम ‘मेक इन इंडिया’ के अनुरूप नायाब रूप दिया जा रहा है. बिहार सरकार के उद्याेग विभाग द्वारा लगातार दूसरी वार उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान को बिहार पवेलियन के क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है, जो बिहार पवेलियन के सजाने-संवारने सहित अन्य कार्य संचालित करेगी. पिछली बार 34 वर्षों में पहली बार बिहार पवेलियन को गोल्ड अवार्ड दिलाने में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान ने अहम भूमिका निभाई थी.
उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के उप निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि 35 वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार पवेलियन में लोगों को मेक इन इंडिया की बेहतरीन झलक मिलेगी. बिहार पवेलियन को सजाने सवारने में इस बार हम बिहार के चार प्रमुख कला पेपर मेसिंग, मिथिला पेंटिंग, सिकी आर्ट और टेरेकोटा आर्ट का प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि व्यापार मेला के थीम मेक इन इंडिया को साकार रूप देने के लिए हमने एक नायाब पहल करते हुए सिर्फ भारत में बनी सामग्री से बिहार पवेलियन को सजाने का निर्देश बिहार पवेलियन को सजाने संवारने में लगे दारा प्रोजेक्ट को दिया है. बिहार पवेलियन के थीम हॉल में मेक इन इंडिया का प्रतीक चिह्न इस बार के मेले में आकर्षण का केन्द्र होगा.
उन्होंने कहा कि उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान चाहता है कि बिहार मंडप को इस बार भी गोल्ड मिले, इसलिए हम लोगों के लिए बिहार पवेलियन में मेक इन इंडिया का उत्कृष्ट झलक पेश करना चाहते हैं. पवेलियन के मुख्य द्वार एवं बाहरी हिस्सों में विभिन्न विभागों की प्रदर्शित मनमोहक झलकियां व डिजाइन आगंतुकों को बिहार पवेलियन भ्रमण के लिए मजबूर कर देगा.
भविष्य की कार्य योजनाओं को सुंदर ढंग से दरसाया जाएगा
बिहार मंडप के भू-तल स्थित हॉल में थीम से संबंधित विभिन्न विभागों के उपलब्धियों और भविष्य की कार्य योजनाओं को सुन्दर ढंग से दर्शाया जाएगा. बिहार मंडप के भू-तल स्थित थीम हॉल में हस्तशिल्प एवं हैंडलूम के जीवंत प्रदर्शनों के साथ उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान द्वारा तैयार म्यूजियम को दर्शाया जाएगा.
बिहार मंडप के प्रथम तल पर 44 स्टॉल लगाए जायेंगे, जिनमें बिहार के नायाब उत्पाद, संबंधित विभागों, निगमों और राज्य में चिन्हित कलस्टरों में से चुनिन्दा इकाईयों, राज्य पुरस्कार विजेता शिल्पकारों, महिला उधोग संघ, खादी बोर्ड, जीविका, बिहार इम्पोरियम और पुनरासर जूट पार्क आदि की भागीदारी होगी.
22 नवम्बर को राज्य दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस मौके पर प्रगति मैदान में बिहार के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया जाएगा. प्रगति मैदान स्थित एक विशिष्ट फूड आउट लेट में सुप्रसिद्व बिहारी व्यजंनों का भी लोग आनन्द लेंगे.