जलवायु परिवर्तन पर बने पर्यावरण नीति:आरके सन्हिा

जलवायु परिवर्तन पर बने पर्यावरण नीति:आरके सिन्हा विशेषज्ञों की समिति गठित कर नयी नीति बनाने पर हो विचार-विमर्श जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कार्यशाला में कई विशेषज्ञों ने दिये सुझाव संवाददाता, पटना जलवायु परिवर्तन के अनुसार पर्यावरण नीति बननी चाहिए. ये बातें शुक्रवार को पटना विवि के प्राचार्य आरके सिन्हा ने कहीं. वे वन पर्यावरण विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2015 11:07 PM

जलवायु परिवर्तन पर बने पर्यावरण नीति:आरके सिन्हा विशेषज्ञों की समिति गठित कर नयी नीति बनाने पर हो विचार-विमर्श जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कार्यशाला में कई विशेषज्ञों ने दिये सुझाव संवाददाता, पटना जलवायु परिवर्तन के अनुसार पर्यावरण नीति बननी चाहिए. ये बातें शुक्रवार को पटना विवि के प्राचार्य आरके सिन्हा ने कहीं. वे वन पर्यावरण विभाग की ओर से जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि बदलते वक्त के साथ जलवायु में भी निरंतर परिवर्तन हो रहा है. जलवायु परिवर्तन का असर वन और वन्य प्राणियों पर भी पड़ रहा है. ऐसे में पर्यावरण नीति पर नये सिरे से विचार करनी होगी. नीति बनाने पर वन पर्यावरण विभाग को विशेषज्ञों की समिति गठित कर इस पर विचार-विमर्श करना चाहिए. आद्रभूमि को लेकर भी नयी पर्यावरण नीति बनाने की है जरूरत : कार्यशाला में कई विषयों पर चर्चा हुई. पहली चर्चा प्राकृतिक वन, जैव विविधता और वन्य प्राणी पर, जबकि दूसरी प्राकृतिक जंगल से बाहर, कृषि वानिकी व शहरी वानिकी पर हुई. कार्यशाला में सबने बदलते जलवायु परिवर्तन को देखते हुए नयी पर्यावरण नीति बनाने की वकालत की. कार्यशाला का उद्घाटन विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने किया. कार्यशाला में प्रधान मुख्य वन संरक्षक डाॅ डीके शुक्ला, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक यूएस झा, संयुक्त वन प्रबंधक एके प्रसाद, डाॅ समीर कुमार सिन्हा, बंकू बिहारी, नालंदा विवि के डीन बी मोहन कुमार, पीके गुप्ता, डाॅ प्रधान पार्थसारथी, अरविंद पांडेय, मनोज कुमार सिंह, डाॅ गोपाल शर्मा और भरत ज्योति आदि ने अपने-अपने सुझाव दिये. कार्यशाला में आद्रभूमि को लेकर भी नयी पर्यावरण नीति बनाने के सुझाव दिये गये. वन पर्यावरण विभाग कार्यशाला मेें मिले सुझावों से सरकार को अवगत करायेगा.

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