सर्फि मांझी ने खोला खाता, उनके साथी हारे

सिर्फ मांझी ने खोला खाता, उनके साथी हारे इमामगंज सीट में स्पीकर उदय नारायण चौधरी को हरायामांझी खेमे में आठों सीटिंग विधायकों ने गवाई अपनी सीटमांझी व शकुनी के बेटे भी नहीं पहुंच सके विधानसभासंवाददाता, पटनाहिंदुस्तानी आवाम मोरचा सेकुलर (हम) ने पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में हाथ आजमाया और एनडीए गंठबंधन से मिल चुनाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 11:37 PM

सिर्फ मांझी ने खोला खाता, उनके साथी हारे इमामगंज सीट में स्पीकर उदय नारायण चौधरी को हरायामांझी खेमे में आठों सीटिंग विधायकों ने गवाई अपनी सीटमांझी व शकुनी के बेटे भी नहीं पहुंच सके विधानसभासंवाददाता, पटनाहिंदुस्तानी आवाम मोरचा सेकुलर (हम) ने पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में हाथ आजमाया और एनडीए गंठबंधन से मिल चुनाव लड़ा, लेकिन हम की नैया पार नहीं हो सकी. पूर्व मुख्यमंत्री व हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने ही हम का खाता खोला और इमामगंज सीट से जीत हासिल की. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को हराया. हम की बाकी 20 सीटों पर उनकी पार्टी की नैया डूब गयी. इसमें मखदुमपुर की उनकी सीटिंग सीट भी शामिल है, जहां से भी वे हम के प्रत्याशी थे. मांझी की पार्टी में उनके समेत आठ सीटिंग विधायक थे, लेकिन सभी ने अपनी-अपनी सीटिंग सीटें गवां दी. सुरसंड से पूर्व मंत्री शाहिद अली खान, वैशाली से पूर्व मंत्री वृशिण पटेल, घोसी से विधायक राहुल कुमार, कांटी से विधायक अजीत कुमार, टेकारी से विधायक अनिल कुमार, महुआ से विधायक रवींद्र राय और हथुआ से पूर्व मंत्री सह विधान पार्षद डा. महाचंद्र प्रसाद सिंह चुनाव हार गये. इनके अलावा पूर्व मंत्री व हम के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी तारापुर से और उनके बेटे राकेश कुमार खगड़िया से चुनाव हार गये हैं. बिहार चुनाव में खुद जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन कुटुंबा सीट से हम के प्रत्याशी थे, लेकिन वे भी जीत नहीं सके.

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