कैंपस : सहायक वास्तुविद परीक्षा में शामिल हुए 60 फीसदी अभ्यर्थी
गुरुवार को दोपहर 12 से दो बजे तक ली गयी सहायक वास्तुविद परीक्षा में लगभग 60 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए.
मल्टी सेट कलर कोड पर पहली बार ली गयी परीक्षा, ग्रीन कोड वाले प्रश्नपत्र का हुआ इस्तेमाल संवाददाता, पटना गुरुवार को दोपहर 12 से दो बजे तक ली गयी सहायक वास्तुविद परीक्षा में लगभग 60 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए. पटना के तीन केंद्रों पर संपन्न इस परीक्षा में 113 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए 1600 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें 950 इस परीक्षा में शामिल हुए. बीपीएससी की यह पहली परीक्षा थी, जिसके लिए कलर कोड मल्टी सेट प्रश्नपत्र छपवाये गये थे. परीक्षा में पेपर लीक को रोकने के लिए आयोग ने परीक्षा के प्रश्नपत्र के एक सेट छपवाने की बजाय कई सेट अलग-अलग सेटरों से सेट करवाकर अलग-अलग प्रिंटरों से प्रिंट करवाये. उन्हें प्रिंटर से सीधे पटना जिले (जहां परीक्षा के सेंटर थे) के ट्रेजरी को भेज दिया गया. सभी प्रश्नपत्राें के सेट पर अलग-अलग कलर कोड था और परीक्षा के शुरू होने से तीन घंटे पहले आयाेग ने डीएम को परीक्षा में इस्तेमाल होने वाले प्रश्नपत्र के कलर कोड के बारे में बताया. ग्रीन कलर कोड वाले प्रश्नपत्राें का इसके लिए चयन किया गया था. चूंकि अभ्यर्थियों की संख्या कम थी, इसलिए तीनों परीक्षा केंद्रों के लिए एक ही कलर के सेट का इस्तेमाल किया गया और ग्रीन कलर कोड वाले प्रश्नपत्र को ट्रेजरी से निकलवाकर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया. वहां भी प्रश्नपत्राें वाले सील बक्से की सील केंद्राधीक्षक के कमरे में नहीं खोली गयी, बल्कि परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों की मौजूदगी में खोली गयी और फिर उससे सीलबंद लिफाफों में बंद प्रश्नपत्राें को निकालकर अलग अलग कमरों में परीक्षार्थियों को बांटा गया और परीक्षा ली गयी. परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा से 2.5 घंटे पहले ही शुरू हो गया था और एक घंटा पहले पूरी तरह बंद हो गया. प्रश्नपत्र के अपेक्षा से अधिक टफ होने के कारण अधिकतर अभ्यर्थी परीक्षा देकर निकलने के बाद असंतुष्ट दिखे.
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