लॉकडाउन : 12 दिन में 6000 इपीएफओ सदस्यों ने निकाले 12 करोड़ रुपये
पिछले 12 दिनों में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) के पटना क्षेत्रीय कार्यालय से 6 हजार सदस्यों ने अपने खाते से लगभग 12 करोड़ रुपये की निकासी की है , जबकि पैसे की निकासी को लेकर 10 हजार से अधिक आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं.
पटना: पिछले 12 दिनों में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) के पटना क्षेत्रीय कार्यालय से 6 हजार सदस्यों ने अपने खाते से लगभग 12 करोड़ रुपये की निकासी की है , जबकि पैसे की निकासी को लेकर 10 हजार से अधिक आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं. लॉकडाउन के दौरान इपीएफओ सदस्यों को इससे काफी राहत मिली है. विशेष प्रावधान के तहत लगभग 12 करोड़ रुपये का सेटेलमेंट किया जा चुका हैं. इपीएफ से पैसों की निकासी की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे.
इपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय पटना के सहायक आयुक्त रजनीकांत कुमार सिन्हा ने बुधवार को बताया कि क्लेम की प्रोसेसिंग जल्द से जल्द हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. हर दिन बड़ी संख्या में ऑनलाइन आवेदन आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिनका ऑटो प्रोसेस नहीं हो पा रहा हैं, उनका जनरल प्रक्रिया के तहत भी सेटलमेंट किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से जंग के लिए इपीएफओ से विशेष निकासी का प्रावधान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का हिस्सा है, जिसकी घोषणा सरकार ने की थी. इस प्रावधान के तहत तीन महीने का मूल वेतन और महंगाई भत्ता या इपीएफ खाते में जमा 75 फीसदी राशि, जो भी कम हो, की निकासी की जा सकती है. निकासी की इस रकम को वापस करने की जरूरत नहीं है. इपीएफओ सदस्य इससे कम रकम का दावा भी कर सकता है.
पिछले दिनों पहले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) से पैसे की निकासी को लेकर 10 हजार से अधिक आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए थे. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान इपीएफओ सदस्यों को इससे काफी राहत मिली है. सदस्यों की भारी मांग को देखते हुए इपीएफओ क्लेम की प्रोसेसिंग के लिए एक बिल्कुल नया सॉफ्टवेयर लेकर आया है. इपीएफ से पैसों की निकासी की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले ही सदस्यों के खातों में पैसा भेजना शुरू कर दिया गया है. मौजूदा सिस्टम उन सभी आवेदनों की प्रोसेसिंग 72 घंटे से कम समय में कर रहा है, जिनकी केवाइसी हो चुकी है.